कश्मीर समस्या का भी निकल सकता है समाधान; भारत-पाक सीजफायर के बाद ट्रंप का एक और दावा..
वाशिंगटन, 11 मई । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार सुबह भारत और
पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर को लेकर अपनी राय रखी। ट्रंप ने चार दिन की दुश्मनी के बाद
संघर्ष विराम के लिए राजी होने के लिए दोनों देशों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस आक्रामकता
के कारण लाखों लोगों की जान जा सकती थी। शांति स्थापित होने के बाद अब वह दोनों देशों के
साथ व्यापार और कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए मिलकर काम करेंगे।
डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार शाम को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में घोषणा की थी कि अमेरिकी की
मध्यस्थता के बाद दोनों ही देश आपस में सीजफायर करने के लिए तैयार हुए हैं। हालांकि, भारत ने
इस मामले पर कहा कि पाकिस्तान के साथ सीधी बातचीत के जरिए संघर्ष विराम पर सहमति बनी
है, जबकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अमेरिका की मध्यस्थता की बात कही।
रविवार की सुबह ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक बार फिर इस मामले पर बयान दिया। उन्होंने लिखा,
मुझे भारत और पाकिस्तान के मजबूत और अडिग नेतृत्व पर बहुत गर्व है, क्योंकि उनके पास यह
जानने और समझने की शक्ति और बुद्धि है कि वर्तमान आक्रामकता को रोकने का वक्त आ गया
है। अगर यह संघर्ष चलता रहता तो यह कई लोगों की मौत और विनाश का कारण बन सकता था।
इसकी वजह से लाखों अच्छे और निर्दोष लोग मारे जा सकते थे। मुझे गर्व है कि अमेरिका आपको
इस ऐतिहासिक और वीरतापूर्ण निर्णय तक पहुंचने में मदद कर पाया। मैं इन दोनों महान देशों के
व्यापार में काफी वृद्धि करने जा रहा हूं।
कश्मीर का हल निकाल सकते हैं: ट्रंप
कश्मीर के मुद्दे पर दोनों देशों के नेताओं को संबोधित करते हुए ट्रंप ने लिखा मैं आप दोनों के
साथ मिलकर कश्मीर के मुद्दे पर भी बात करने के लिए तैयार हूं। हम मिलकर यह देख सकते हैं
कि क्या हजार साल बाद भी कश्मीर के संबंध में कोई समाधान निकाला जा सकता है। भगवान,
भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व को अच्छी तरह से काम करने के लिए आशीर्वाद दें।
भारत-पाकिस्तान समझौता
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच में शुरू हुई लड़ाई को दोनों देशों ने
शनिवार को रोकने पर सहमति जताई। भारत की तरफ से बताया गया कि दोनों देशों के बीच में
अधिकारी लेवल की बातचीत हुई और फिर दोनों ने इस पर सहमति जताई। हालांकि कुछ ही घंटों
बाद, पाकिस्तान ने ड्रोन से भारतीय शहरों के ऊपर हमला करके समझौता तोड़ दिया। विदेश सचिव
विक्रम मिसरी ने कहा कि भारतीय सेनाएं पाकिस्तानी सेना द्वारा किए जा रहे सीजफायर उल्लंघन
पर उचित कदम उठा रही है।
इससे पहले भारत की तरफ से यह साफ किया गया कि दोनों देशों के बीच में हुआ युद्ध विराम में
किसी भी तीसरे देश की भूमिका नहीं थी। हालांकि ट्रंप ने भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस होने से पहले ही
सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा कर दी। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने भी ट्रंप के नैरेटिव को आगे
बढ़ाते हुए अपने पोस्ट में ट्रंप को धन्यवाद दिया।
आपको बता दें कि कश्मीर के मुद्दे पर शिमला समझौते के बाद से ही भारत की स्थिति पूरी तरह
से साफ है। भारत इस मुद्दे पर किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करता है।


