अनकापल्ली / आंध्र प्रदेश , 23 मई । आंध्र प्रदेश पुलिस ने अनकापल्ली जिले के
अच्युतापुरम इलाके से संचालित एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस
कार्रवाई में 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया और उच्च तकनीकी उपकरणों के साथ-साथ तीन लाख
रुपये नकद जब्त किए गए।
अनकापल्ली जिले के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) विष्णु स्वरूप ने बृहस्पतिवार को एक ग्राम राजस्व
अधिकारी की शिकायत और खुफिया जानकारी के आधार पर तीन प्रमुख स्थानों पर एक साथ
छापेमारी की। छापेमारी के दौरान कंप्यूटर, नेटवर्क डिवाइस और महंगे फर्नीचर जब्त किए गए।
स्वरूप ने शुक्रवार को बताया, ‘यह एक फर्जी कॉल सेंटर था जो अमेरिका के लोगों को निशाना बना
रहा था। कॉल सेंटर में काम करने वाले लोग खुद को ‘अमेज़न कस्टमर सपोर्ट’ का कर्मचारी बताकर
बात करते थे और ‘वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी)’ तकनीक का इस्तेमाल करके कॉल करते थे।
पुलिस के अनुसार, इस साइबर ठगी गिरोह में काम करने के लिए नौजवानों को ऑनलाइन माध्यम
से नौकरी पर रखा गया था। इन्हें फर्जी पहचान अपनाने (जैसे खुद को अमेज़न का कर्मचारी या बैंक
अधिकारी बताना) का खास प्रशिक्षण दिया जाता था, ताकि वे अमेरिका के लोगों से उनकी गोपनीय
वित्तीय जानकारी (जैसे बैंक डिटेल्स, कार्ड नंबर आदि) ठगी से हासिल कर सकें।
पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘इनमें से ज्यादातर युवक असम और पूर्वोत्तर भारत से थे। उन्हें रहने
और खाने की सुविधा दी गई थी। पहले हफ्ते में उन्हें प्रशिक्षण दिया जाता था, और दूसरे हफ्ते से ये
लोग लोगों को कॉल करके ठगी करना शुरू कर देते थे।’
इस मामले में दो मास्टरमाइंड महाराष्ट्र निवासी पुनीत गोस्वामी और राजस्थान निवासी अविहंत डागा
को गिरफ्तार किया गया है। पूरे गिरोह का पता लगाने के लिए अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है।
अधिकारी ने कहा कि इस धोखाधड़ी से अमेरिकी नागरिकों को बड़ा नुकसान हुआ है और भारत की
छवि भी प्रभावित हुई है।
पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420, 120बी, 34 के साथ-साथ
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 66सी और 66डी तथा अन्य संबंधित धाराओं के
तहत मामला दर्ज किया है।