तोक्यो, 24 मई (वेब वार्ता)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद अभिषेक बनर्जी ने जापान में
शनिवार को आतंकवाद की तुलना एक खतरनाक पागल कुत्ते से करते हुए पाकिस्तान पर उसे
प्रोत्साहन देने का आरोप लगाया और दुनिया से इससे निपटने के लिए एकजुट होने का आह्नान किया।
सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ रुख को उजागर करने और पाकिस्तान को बेनकाब
करने के लिए जापान गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल बनर्जी ने कहा, ‘‘हम यहां सच्चाई
बताने आए हैं- भारत झुकना नहीं जानता।’’
जनता दल(यूनाइटेड) सांसद संजय झा के नेतृत्व में जापान जाने वाला प्रतिनिधिमंडल उन सात
बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है, जिन्हें भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय संपर्क के लिए 33 देशों
की राजधानियों का दौरा करने का काम सौंपा है।
तोक्यो में एक जोशीले भाषण के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘हम डर के आगे नहीं झुकेंगे। हमने ऐसी भाषा
में जवाब देना सीख लिया है जिसे वे अच्छे से समझते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आतंकवाद को एक खतरनाक पागल कुत्ता माना जाए, तो पाकिस्तान उसका दुष्ट
हैंडलर है। हमें सबसे पहले इस दुष्ट हैंडलर से निपटने के लिए दुनिया को एकजुट करना होगा,
अन्यथा यह और भी पागल कुत्तों को तैयार करता रहेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सुनिश्चित करेंगे कि
भारत जिम्मेदार बना रहे। हमारी सभी प्रतिक्रियाएं और कार्रवाई सटीक, नपी-तुली और तनाव को नहीं
बढ़ाने वाली रही हैं।’’
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। पहलगाम हमले में 26
लोगों की मौत के बाद भारत ने सात मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर
में आतंकी ढांचे पर सटीक हमले किए, जिसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय
सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया।
भारतीय पक्ष ने पाकिस्तानी कार्रवाइयों का कड़ा जवाब दिया। दोनों पक्षों के सैन्य अभियानों के
महानिदेशकों के बीच 10 मई को बातचीत के बाद सैन्य संघर्ष को रोकने के लिए बनी समझ के बाद
शत्रुता समाप्त हो गई।
बनर्जी ने कहा कि पहलगाम हमले के पीछे ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) का हाथ था जो लश्कर-ए-
तैयबा का एक छद्म संगठन है, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी समूहों की सूची में
शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी जानते हैं कि पाकिस्तान ने किस तरह जल्दबाजी में लश्कर को
सूची से अलग करने का प्रयास किया। इसके अलावा, हवाई हमलों के बाद सार्वजनिक हुई तस्वीरों में
पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी हमलों में मारे गए आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल
होते हुए दिखाई दिए।’’
बनर्जी ने कहा, ‘‘फुटेज झूठे नहीं हैं – यह सबके सामने हैं। उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों से
आतंकवाद के मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने प्रवासी भारतीयों को देश की
सबसे बड़ी संपदा करार देते हुए कहा, ‘‘आपकी रगों में भारत है। मैं चाहता हूं कि आप देश के सबसे
बड़े प्रचारक बनें, आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भारत के संदेश के समर्थक बनें।’’
जापान गए प्रतिनिधिमंडल ने दूतावास में भारतीय प्रवासियों के सदस्यों से बातचीत की। इसने भारत
का एक एकीकृत मोर्चा पेश किया, जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमलों में
पाकिस्तान की भूमिका और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान
के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के तरीके को स्पष्ट रूप से समझाया गया।
जापान में भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने आतंकवाद के प्रति भारत की
कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति पर जोर दिया और संदेश दिया कि आतंकवाद और बातचीत एक
साथ नहीं चल सकती; खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता।
दूतावास ने पोस्ट में बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए
भारत की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की और भारतीय प्रवासियों से जापान के हर कोने में इस संदेश
को फैलाने का आग्रह किया।