नई दिल्ली। आनंद पर्वत की शांत बस्ती में 30 अप्रैल की रात उस
समय सन्नाटा छा गया जब चार हथियारबंद युवक एक महिला के घर में घुस गए। बदमाशों ने
पिस्तौल की नोक पर महिला को बंधक बनाने के बाद 25 लाख रुपये की लूट की वारदात को फिल्मी
अंदाज में अंजाम दिया। आरोपियों ने लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए।
लूट की वारदात की सूचना मिलने के बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने महज 48 घंटे में केस का
खुलासा कर राजधानी के लोगों को राहत की सांस लेने का मौका दिया। आनंद पर्वत इलाके में लूट
की यह कहानी महज पैसों की नहीं बल्कि पांच साल पुरानी क्राइम की घटना से से भी जुड़ी है। मुख्य
आरोपी मनीष उर्फ जतिन पहले पीड़िता के भाई के साथ हत्या के प्रयास से जुड़े मामले में सह-आरोपी
था। इस मामले में पीड़िता के भाई से विवाद होने के बाद मनीष ने साल 2024 में बदला लेने की
ठानी थी। उसे पता था कि पीड़िता का परिवार कपड़े के कारोबार में है। कारोबारी होने की वजह से
घर में अक्सर बड़ी रकम रखी जाती है। उसने लूट की योजना बनाई और अपने साथी आयुष उर्फ ईशू
को इसकी जिम्मेदारी सौंपी। आयुष ने राहुल उर्फ मिर्जा, जतिन उर्फ बॉबी और सचिन उर्फ गौरव को
इस योजना में शामिल कर लिया। एक अन्य आरोपी भी देशी पिस्टल लेकर आने के बाद इस योजना
में शामिल हो गया। 30 अप्रैल की रात करीब 8 बजे सभी आरोपी आनंद पर्वत स्थित मकान में घुसे।
महिला को बंदूक की नोक पर कमरे में ले जाकर बांधा और तिजोरी से 25 लाख नकद और मोबाइल
फोन लूट लिए। जाते-जाते वे महिला को अंदर ही बंद कर फरार हो गए। डर और सदमे से कांपती
महिला ने किसी तरह मदद बुलाई। इस मामले को लेकर शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस की
क्राइम ब्रांच की टीम ने गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में छापेमारी कर पांचों आरोपियों को
गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पुरानी रंजिश का बदला लेने के
मकसद से इस वारदात को अंजाम दिया।

