हिमाचल प्रदेश उना, 26 मई । यहां हरोली क्षेत्र में नांगल खुर्द सहकारी समिति के सचिव
पर कथित तौर पर नौ करोड़ रुपये के गबन का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने सोमवार को
यह जानकारी दी।
सहकारी समिति की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा होने के बाद अगस्त 2024 में मामला प्रकाश में आया
तथा स्थानीय निवासी विजय सिंह को निलंबित कर दिया गया था।
विभागीय जांच के दौरान विजय सिंह ने ठगी की बात कबूल की और रकम चुकाने के लिए बार-बार
समय मांगा, लेकिन भुगतान की अंतिम समय सीमा 10 मार्च को समाप्त हो गई।
अब भदसाली सहकारी समिति के निरीक्षक उमेश कुमार शर्मा की शिकायत पर उनके खिलाफ मामला
दर्ज किया गया है, जो गगरेट ब्लॉक का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक अमित यादव ने सोमवार को कहा कि मामले की जांच चल रही है।
शर्मा ने आरोप लगाया है कि विजय सिंह न तो पैसे चुका रहे हैं और न ही जांच में अधिकारियों के
साथ सहयोग कर रहे हैं।
पिछले साल ऑडिट रिपोर्ट में नंगल खुर्द कृषि सेवा सहकारी सभा में करोड़ों रुपये की अनियमितताएं
उजागर हुई थीं, जिसके बाद विभाग ने मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित की थी।
समिति में जिला लेखा परीक्षक अधिकारी संदेश बाला और निरीक्षक उमेश कुमार शर्मा सदस्य थे।
अधिकारियों ने बताया कि कमेटी ने सहकारी समिति अधिनियम 1968 की धारा 69 (1) के तहत
सचिव को निलंबित कर दिया था और जिला निरीक्षक अधिकारी उना को जिम्मेदारी सौंपी थी।
देश में सहकारिता आंदोलन की शुरुआत 1892 में हरोली के पंजावर गांव से हुई थी।