नई दिल्ली, 14 मई । राष्ट्रीय महिला आयोग ने कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ की गई
कथित अपमानजनक टिप्पणी की कड़ी निंदा की और वर्दी धारण करने वाली महिलाओं के सम्मान
का आह्वान किया।
हालांकि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन
उनकी टिप्पणी मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह की ओर से कुरैशी के खिलाफ की गई टिप्पणी के
एक दिन बाद आई है। मंत्री के बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, ‘‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ जिम्मेदार व्यक्तियों द्वारा
ऐसे बयान दिए जा रहे हैं जो महिलाओं के प्रति अपमानजनक और अस्वीकार्य हैं। इससे न केवल
महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचती है बल्कि यह देश की बेटियों का भी अपमान है जो देश की
सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कर्नल सोफिया कुरैशी इस देश का सिर गर्व से ऊंचा करने वाली बेटी हैं, सभी देश-प्रेमी
भारतीयों की बहन हैं जिन्होंने साहस और समर्पण के साथ देश की सेवा की है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश को कर्नल कुरैशी जैसी बहादुर महिलाओं पर गर्व है और इस तरह के
अपमानजनक बयानों की ‘‘कड़ी निंदा’’ की जानी चाहिए।
दरअसल कांग्रेस ने एक वीडियो साझा किया जिसमें शाह को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा
सकता है, ‘‘जिन्होंने हमारी बेटियों के सिन्दूर उजाड़े थे…हमने उनकी बहन भेज कर उनकी ऐसी की तैसी कराई।
शाह ने बाद में कहा ‘अगर मेरे शब्दों से समाज और धर्म को ठेस पहुंची है तो मैं दस बार माफी
मांगने को तैयार हूं।
कर्नल सोफिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारत के पक्ष को मीडिया के माध्यम से देश-दुनिया के
सामने रखने वाली टीम का हिस्सा थीं।
रहाटकर ने सीबीएसई के परिणामों की ओर भी इशारा किया जिसमें लड़कियों ने कई श्रेणियों में
लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति सम्मानजनक रवैया अपनाना जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘एक
प्रगतिशील राष्ट्र के लिए यह आवश्यक है कि महिलाएं आगे बढ़ें और हर क्षेत्र में नेतृत्व करें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘महिलाओं की भागीदारी और योगदान को कम आंकना न केवल अस्वीकार्य है, बल्कि
देश के विकास में भी बाधा है।

