Sunday, December 7, 2025
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कन्या भ्रूण हत्या को रोकना और बालिकाओं की शिक्षा एवं सशक्तिकरण को बढ़ावा देना हम सबकी साझी जिम्मेदारी : एडीसी दीपक बाबूलाल करवा

स्वास्थ्य विभाग की ओर से किया गया बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जागरूकता एवं चेतना शिविर का आयोजन  

इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल 20 मई। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं के तहत जिले के निम्न लिंगानुपात वाले गाँवों के लिए जाट कॉलेज के सभागार में जागरूकता एवं चेतना शिविरों का आयोजन किया गया। इन गाँव की करीब 150 एएनएम, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर ने इसमें भाग लिया। शिविर के दौरान लिंगानुपात सुधारने के लिए सामुदायिक स्तर पर जागरुकता फैलाने, दहेज प्रथा जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ आवाज उठाने, और बेटियों को शिक्षा के समान अवसर प्रदान करने पर जोर दिया गया। यह शिविर वीरवार एवं शुक्रवार को भी चलेगा। एडीसी दीपक बाबूलाल करवा ने दो दिनों में लगाए गए शिविरों की समीक्षा की और लिंगानुपात सुधारने बारे उचित निर्देश दिए और सभी प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि समाज में लिंग भेदभाव को समाप्त करना, कन्या भ्रूण हत्या को रोकना और बालिकाओं की शिक्षा व सशक्तिकरण को बढ़ावा देना  हम सब की साझी जिम्मेदारी है। शिविरों में डॉ. बलविंदर गर्ग, डॉ. गौरव पूनिया और जिला औषधि नियंत्रण अधिकारी चेतन वर्मा ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की। उन्होंने लिंगानुपात में सुधार की आवश्यकता, बेटियों के शिक्षा और स्वास्थ्य के महत्व, तथा सामाजिक जागरूकता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी। डॉ. गर्ग ने कहा कि बेटियाँ समाज की नींव हैं, और उनका सशक्तिकरण ही देश के उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है। डॉ. पूनिया ने कन्या भ्रूण हत्या के दुष्परिणामों और कानूनी प्रावधानों पर प्रकाश डाला। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न रेड बारे बताया गया कि ये क्यों जरूरत है। इसी प्रकार अंजू ने बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी साझा की।  डॉ. गौरव पूनिया ने कहा कि जिला प्रशासन ने इन शिविरों को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों को जारी रखने का संकल्प लिया। यह पहल न केवल लिंगानुपात में सुधार लाने में सहायक होगी, बल्कि समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को भी बढ़ावा देगी। शिविर में उप-न्यायवादी जय भगवान गोयल ने पीएनडीटी एक्ट के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया। उन्होंने बताया कि कैथल में 10 से ज्यादा केस में लोगो को सजा हो चुकी है।  अंत में डॉ नवराज ने बताया कि सभी गर्भवती महिलाओं के पहले तिमाही में जरूरी पंजीकरण करे और उनके लगातार संपर्क में रहे एवं हरियाणा सरकार द्वारा दी जाने वाली पूरी सर्विस दे।

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