आपात स्थिति में तैयारी तथा रिस्पॉन्स को परखने के उद्देश के लिए आयोजित किया गया दूसरा नागरिक अभ्यास..
सायरनों की आवाज गूंजते ही मौके पर पहुंचा बचाव दल, प्रतीकात्मक तौर पर घायलों को पहुंचाया अस्पताल…
इंडिया गौरव ब्यूरो कलायत/गुहला-चीका, 31 मई। डीसी प्रीति ने कहा कि जिला स्तर पर ऑपरेशन शील्ड के तहत कलायत व कांगथली में सफल रूप से मॉक ड्रिल की गई। कैथल में लघु सचिवालय व अन्य स्थानों पर सायं 5 बजे सायरन की आवाज गूंजी।डीसी ने बताया कि आपात स्थिति में नागरिक सुरक्षा, तैयारी तथा रिस्पॉन्स को परखने के उद्देश्य से शनिवार को जिले में एसडीएम अजय हुड्डा की अगुवाई में कलायत के लघु सचिवालय में तथा एसडीएम कैप्टन प्रमेश सिंह की अगुवाई में कांगथली पॉवर प्लांट में मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस दौरान प्रशासन ने संकट के समय सुरक्षा व्यवस्थाओं, आम लोगों, सुरक्षा बलों और प्रशासन के बीच तालमेल बिठाने का अनूठा प्रयास रहा।इस दौरान सायरनों की आवाज गूंजते ही बचाव दल मौके पर पहुंचना शुरू हो गए। जिसमें फायर ब्रिगेड, पुलिस, एंबुलेंस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। अभ्यास के तौर पर रेडक्रॉस के वॉलिंटियर्स आपात स्थिति में घायल होने पर लोगों को पीठ पर व स्ट्रेचर पर उठाकर बाहर लाया गया। उन्हें तुरंत एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया। इसके अलावा दमकल की गाड़ियों ने भी अभ्यास के तौर पर आगजनी पर काबू पाया गया। इस मौके पर आग बुझाने व अन्य गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया गया।एसडीएम कैप्टन प्रमेश सिंह ने कहा कि यह मॉक ड्रिल डीसी प्रीति के मार्गदर्शन में आयोजित की गई। यह केवल अभ्यास है। यदि वास्तव में कोई ऐसी स्थिति आती है तो सावधानी से अपना बचाव करें। साथ ही ‘ऑपरेशन शील्ड’ के दौरान सायरन की सक्रियता की जांच सहित अन्य विभिन्न प्रकार की गतिविधियां भी आयोजित की गई। इस दौरान जो भी जरूरतें सामने आई, उनमे सुधार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। स्वयं भी लोग जागरूक हों और आपात स्थिति में किए जाने वाले सभी उपायों की पालना सुनिश्चित करें। इस मॉक ड्रिल का उदेश्य ऐसी स्थिति में बचाव एवं राहत कार्य के लिए एक मजबूत डिजास्टर प्लान करना है।कलायत के एसडीएम अजय हुड्डा ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हम सबको तैयार रहना चाहिए। हमें आपात स्थिति में घबराना नहीं चाहिए, बल्कि सूझ बुझ से काम करना चाहिए। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक आबादी को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार करना और ऐसी विकट स्थिति के दौरान हर हाल में दहशत की संभावनाओं को कम करना है। इस अभ्यास का उद्देश्य तैयारी और सावधानी बरतनी है, न कि घबराहट को बढ़ाना।



