राज्य सरकार की बेस्ट विलेज अवार्ड स्कीम के तहत वर्ष 2023 व 2024 में लिंगानुपात में सुधार के लिए किया गया सम्मानित
इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल, 6 जून। जिले के कैलरम व जाखौली गांव काे लिंगानुपात सुधारने पर जिला के सर्वश्रेष्ठ गांव रूप में चुना गया है। वर्ष 2023 में कैलरम गांव में 45 लड़कों के मुकाबले 70 लड़कियों ने जन्म लिया था। यानी एक हजार लड़कों की दर के मुकाबले 1556 बेटियां जन्मीं हैं। वहीं जाखौली गांव में वर्ष 2024 में 44 लड़कों के मुकाबले 68 लड़कियों ने जन्म लिया था। यहां का लिंगानुपात 1545 रहा था। इसी कारण पीएनडीटी एक्ट के तहत बेस्ट विलेज अवार्ड योजना में दोनों गांव की 10वीं में टॉपर रहने वाली तीन-तीन बेटियों को शुक्रवार को जिला प्रशासन की ओर से डीसी प्रीति ने नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। वहीं दोनो गांवों की पंचायत, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर, ग्राम पंचायत सहित स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशंसा पत्र देकर प्रोत्साहित किया। डीसी प्रीति ने बताया कि पीएनडीटी एक्ट के तहत जिले में लिंगानुपात में सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इन्हीं प्रयासों के चलते गांव कैलरम व जाखौली के लिंगानुपात में काफी सुधार आया है। जिस कारण पीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत राज्य सरकार की बेस्ट विलेज अवार्ड स्कीम के तहत दोनों गांवों में दसवीं में पिछले दो साल में प्रथम रही तीन-तीन बेटियों को नकद ईनाम के लिए चुना गया है। इनमें कैलरम गांव की मुस्कान, काजल व मधु को कक्षा 10वीं में क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने पर 75 हजार, 45 हजार व 30 हजार रुपये का चैक देकर सम्मानित किया। इसी प्रकार जाखौली गांव की 10वीं कक्षा में प्रथम रहने वाली छात्रा मधु को 75 हजार, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली आरती को 45 हजार व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली तन्नु को 30 हजार रुपये का चैक देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कैलरम की गांव की सरपंच सीता देवी व जाखौली गांव की सरपंच ऊषा देवी सहित आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर व स्वास्थ्य कर्मियों को अच्छा प्रदर्शन करने पर प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया और उनके कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि आगे भी अपने गांव का लिंगानुपात में सुधार को बरकरार रखने के लिए प्रयास करते रहें। उन्होंने सभी जिला वासियों से आह्वान किया वे कैलरम व जाखौली गांव से प्रेरणा लें। उन्होंने कहा कि आज बेटियां किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। वे शिक्षा, खेल, विज्ञान के क्षेत्र में खूब देश का नाम रोशन कर रही हैं। बेटियों के साथ साथ पुत्रवधुओं का भी सम्मान करें, उन्हें बहु नहीं बल्कि अपनी बेटी समझें। सास-बहु मिलजुल कर रहें। कैलरम की गांव की सरपंच सीता देवी ने बताया कि लिंगानुपात को लेकर गांव में जागरूकता अभियान चलवाती हैं। लड़का हो या लड़की दोनों के जन्म पर जन्म देने वाली मां को दो किलो देसी घी दिया जाता है। इसी प्रकार से जाखौली की सरपंच ऊषा देवी ने भी पंचायत द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। सिविल सर्जन डा. रेणु चावला ने बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मुहिम को बढ़ावा देने के प्रयासों में जिला के गांवों की जनवरी से दिसंबर तक के लिंगानुपात की जानकारी जुटाई जाती है। योजना के तहत लिंगानुपात में अव्वल रहने वाले गांव की कक्षा 10वीं में टॉपर छात्राओं को प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इस अवसर पर पीएनडीटी इंचार्ज डा. गौरव पूनिया, राजेश कुमार, डा. संदीप, डा. बृज मोहन सहित संबंधित गांव की आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर्स मौजूद रहीं।