इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल 29 मई । कैथल रोडवेज डिपो की एक महिला कंडक्टर ने स्टेशन सुपरवाइजर रहे अधिकारी पर बदनीयती, दबाव बनाने और उसे ब्लैकमेल कर गैर हाजिरी लगाने का आरोप लगाया है। यह भी आरोप है कि अधिकारी अपनी मर्जी से उसकी हाजिरी या गैर हाजिरी लगा देता था। इस संबंध में महिला कर्मचारी ने एसपी सहित डीजीपी, डीजी ट्रांसपोर्ट, डीसी, महिला आयोग व मंत्री अनिल विज को शिकायत की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। महिला कंडक्टर ने अपनी शिकायत में बताया कि वह हरियाणा रोडवेज कैथल में कंडक्टर के पद पर साल 2018 से तैनात है। सुनील कुमार डिपो कैथल में स्टेशन सुपरवाइजर के पद पर था। उसने साल अक्तूबर 2024 में उसे बदनीयती से तंग करना शुरू किया। जब उसको तंग करने से रोका तो आरोपी ने कहा कि तू पहले मेरे पास मेरे दफ्तर में हाजिर लगाया कर, फिर मैं तेरी हाजिरी रजिस्ट्रर में लगाउंगा। वह उसका हाजिरी रजिस्ट्रर भी अपने पास रखता था ताकि अपनी हाजिरी रजिस्ट्रर में न लगा सके। हाजिरी लगवाने की एवज में ब्लैकमेल करने के लिए दबाव बनाने लगा। जब महिला ने डिपो के उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया तो उच्चाधिकारियों ने भी उसकी कोई सहायता नहीं की। उल्टा उसी के ऊपर दबाव बनाया गया। बाद में अधिकारियों के कहने पर अरोपी ने आश्वासन दिया कि वह भविष्य में उसे तंग नहीं करेगा व एक कर्मचारी की तरह ही व्यवहार करेगा। अब उसका तबादला कैथल डिपो से आईएसबीटी सैक्टर 43 चंडीगढ़ में हो गया है। जब परिवहन मंत्री अनिल विज द्वारा कैथल बस स्टैंड का औचक निरीक्षण किया गया तो उसने सुनील कुमार को निलंबित भी किया था। आरोप है कि सुनरल ने एक मेल के माध्यम से उसे बेइज्जत करने का प्रयास किया है।
सभी आरोप झूठे हैं : सुनील
इस संबंध में सुनील कुमार ने कहा कि महिला कर्मचारी ने उन पर जो आरोपी लगाए हैं वे सभी झूठे हैं। महिला कर्मचारी समय पर ड्यूटी पर नहीं आती थी, जिस कारण उन्हें समय पर आने के लिए कहा जाता था। वे अनुसूचित जाति से हैं, इसलिए उसे एक अधिकारी नहीं मानती और उसके आदेशों को नहीं मानती थी। इसी कारण उसने शिकायत दी है।

