किसानों को दी विभिन्न विषयों की जानकारी..
इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल, 6 जून। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान के मार्ग दर्शन में शुरू किए गए विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के अधीनस्थ स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र, कैथल की टीम द्वारा शुक्रवार को खंड सीवन के गांव नागल, लैंडरपीरजादा और गोहरां में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्र के वैज्ञानिक तथा टीम लीडर डॉ जसबीर सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि खेती को रसायनों से मुक्त करने के लिए प्राकृतिक खेती और पानी को बचाने के लिए धान की सीधी बिजाई तकनीक को अपनाना पड़ेगा। प्राकृतिक खेती से जहां स्वच्छ खान-पान मिलेगा, वहीं धान की सीधी बिजाई से भूजल रिचार्ज होगा।केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. अमित कुमार ने किसानों को आगामी खरीफ फसलों मुख्यत: धान में खरपतवार नियंत्रण के तरीके बताए। उन्होंने किसानों को बताया कि अगर किसान धान की सीधी बिजाई करते हैं तो उनका कद्दू करने व धान रोपाई का खर्चा नहीं होगा, जिससे खेती की लागत में लगभग 4000-5000 रुपए प्रति एकड़ की बचत होगी और इसके साथ ही हरियाणा सरकार द्वारा 4500 रुपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी। इस कार्यक्रम में करनाल से आए वैज्ञानिकगण डॉ. अनुराग सक्सैना, डॉ. अमोद कुमार, डॉ. अवतार सिंह ने अपने-अपने संस्थानो के विकसित शोध कार्यों जैसे पशुओं को संतुलित आहार, पशुओं में नस्ल सुधार व खराब पानी और मिट्टी में सुधार करके किसान किस तरह लाभ उठा सकते है की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में डॉ. ईश्वर सिंह, डॉ. हरप्रीत गिल, सूर्यप्रकाश आदि ने अपने-अपने विभागों की विभिन्न स्कीमों की जानकारी दी। इस अभियान में गांव नागल, लैंडरपीरजादा और गोहरा के प्रगतिशील किसान सतपाल गोहरा, जसवंत सिंह आदि किसानों की भागीदारी रही।


