हरियाणा प्रदेश / कैथल/ ढांड, 15 अप्रैल । पूर्व डायरैक्टर हैफेड एवं प्रसिद्ध समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि बिना जल के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। पानी की एक-एक बूंद कीमती है। गर्मी में प्यास से बेहाल बेजुबान पशु पक्षियों को तडफ़ना पड़ता है। गर्मियों में कई परिंदों व पशुओं की मौत पानी की कमी के कारण हो जाती है। उन्होंने कहा कि लोगों का थोड़ा सा प्रयास व एक पहल घरों के आसपास उडऩे वाले परिंदों की प्यास बुझाकर उनकी जिंदगी बचा सकती है। पानी का उचित प्रबंध एवं व्यर्थ ना बहने देने की सूरत में हम सबकी एक पहल परिंदों की जान बचाने में अहम भूमिका निभा सकते है। नई अनाज मंडी ढांड में बातचीत करते हुए समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि गर्मियों में पक्षियों को न तो प्यास बुझाने के लिए पर्याप्त पानी मिल पाता है, न ही छाया में बैठने के लिए कोई आश्रय ऐसे में इनके बारे में सोचना भी मानवता का फर्ज है। सभी संकल्प लें कि पशु पक्षियों के लिए दाने व पानी का प्रबंध करेंगे। इस गर्मी में पशु पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए लोगों को प्रयास करना चाहिए, क्योंकि जल सेवा से बड़ा कोई पुण्य नहीं है। हमारा दायित्व बनता है कि पशु पक्षियों की जान की गर्मियों में रक्षा करते हुए अपने घरों के बाहर, छतों पर पानी के बर्तन रखें और हो सके तो छतों पर पक्षियों के लिए छाया की व्यवस्था भी करें। रामचंद्र जडौला ने कहा कि हम सबकी थोड़ी सी पहल एवं सहायता उनके जीवन में खुशियां ला सकती है तथा प्रकृति के प्रति हमारे उत्तरदायित्व की पूर्ति भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि पशु पक्षियों के प्रति अपने दायित्वों को लेकर समाज में सजगता व जागरूकता आवश्यक है। घरों की छतों पर या किसी भी उचित जगह पर हमें इन जानवरों, पशु-पक्षियों के लिए दाने-पानी का उचित प्रबंध करना चाहिए, ताकि कोई भी पशु-पक्षी, बेजुबान जानवर इस असहनीय होती गर्मी का शिकार न हो। रामचंद्र जडौला ने कहा कि गर्मी का प्रकोप बढऩे के साथ नदी-नाले, जलाशय तेजी से सूख जाते है। ऐसे समय में बेजुबान जानवरों के लिए जीवन और भी असंभव हो गया है। गर्मियों में कई परिंदों व पशुओं की मौत पानी की कमी के कारण हो जाती है। घरों के बाहर पानी के बर्तन भरकर टांगें, या बड़ा बर्तन अथवा कोटना पानी भरकर रखें, जिससे मवेशी व परिंदे पानी देखकर पानी पी सके। छत में भी पानी की व्यवस्था करें, छायादार जगह बनाकर वहां पानी के बर्तन भर कर रखें। कम पानी वाले जल स्रोतों को गंदा न करें, इससे पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था हो। समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि लगातार बढ़ती गर्मी ने इंसानों के साथ ही पशु-पक्षियों भी को भी परेशान कर रखा है। पूरे देश से पक्षियों और बेसहारा पशुओं कीभीषण गर्मी के चलते मरने की सूचनाएं आती रहती है। हम सबका थोड़ा सा प्रयास घरों के आस पास उडऩे वाले परिंदों की प्यास बुझाकर उनकी जिंदगी बचा सकता है।
गर्मी में पशु पक्षियों के लिए पानी व दाने का करें उचित प्रबंध : रामचंद्र जडौला
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