Sunday, December 7, 2025
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ग्रहों के अशुभ संयोग से बढ़ा युद्ध का खतरा : पं. विजय शास्त्री

इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल,13 मई।  सनातन सेवा न्यास हरियाणा के जिलाध्यक्ष एवं मां पीतांबरा उपासक पंडित विजय शास्त्री के अनुसार मई माह में बनने जा रहा गुरु और राहु का नवम पंचम योग बेहद अशुभ संकेत दे रहा है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार यह संयोग न केवल भारत-पाक तनाव को गहराने वाला है बल्कि आने वाले वर्षों में विश्व युद्ध जैसी स्थिति को भी जन्म दे सकता है। पंडित विजय शास्त्री ने बताया कि 14 मई को गुरु मिथुन राशि में अतिचारी होकर गोचर करने जा रहे हैं और 18 मई को राहु कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। इस प्रकार का योग 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्ध के समय भी बना था। इतना ही नहीं, पिशाच योग भी इस समय बन रहा है जिसमें शनि और राहु दोनों मीन राशि में हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह योग आर्थिक संकट, सामाजिक तनाव और युद्ध जैसी स्थितियों को जन्म देता है। उन्होंने यह भी बताया कि कूर्म चक्र के अनुसार वर्तमान ग्रह स्थिति उत्तर और पश्चिम भारत को प्रभावित कर रही है, जहां कर्क राशि में स्थित मंगल की दृष्टि भी अशुभ फल दे रही है। यह संकेत करता है कि 7 जून तक भारत-पाक सीमा पर हालात बेहद संवेदनशील रहेंगे। विजय शास्त्री का मानना है कि 2025 से लेकर 2028 तक का समय और भी बड़ा संकट ला सकता है। उनका दावा है कि इस युद्ध में चीन और 13 इस्लामिक देश भारत के विरोध में खड़े हो सकते हैं और यह युद्ध परमाणु संघर्ष का रूप भी ले सकता है। शकट भंग योग 2030 में बनेगा जो महाभारत के समय भी बना था।

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