तेलअवीव, 24 मई। हमास के साथ जंग लड़ रहे इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के
खिलाफ आम लोगों में भारी गुस्सा है। उनका कहना है कि नेतन्याहू न तो जंग जीतना चाहते हैं और
न बंधकों को रिहा करा रहे है। उनका मकसद केवल सत्ता में बने रहने का है। इस आशय का खुलासा
एक सर्वे में हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार, सर्वे में पूछे गए सवालों के जवाब में 55 प्रतिशत लोगों ने कहा कि नेतन्याहू सत्ता
बचाने में लगे हैं, जबकि केवल 36 प्रतिशत ने कहा कि उनका मकसद बंधकों की रिहाई है। जब
सवाल को युद्ध जीतने के संदर्भ में पूछा गया, तब भी आंकड़े लगभग समान रहे। इसी सप्ताह
नेतन्याहू द्वारा की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस पर भी जनता का भरोसा नहीं दिखा। 62 प्रतिशत लोगों ने कहा
कि नेतन्याहू उन्हें अपने तर्कों से नहीं मना पाए, जबकि केवल 34 प्रतिशत ने समर्थन जताया।
चौंकाने वाले सवाल में जब पूछा गया कि क्या मौजूदा सरकार अगले साल होने वाले चुनावों को
राष्ट्रीय आपातकाल के नाम पर रद्द कर सकती है, तो 50 प्रतिशत लोगों ने इसे संभव बताया,
जबकि 35 प्रतिशत ने इसे खारिज किया। इस बीच देश के प्रमुख विपक्षी नेता यायर गोलन के गाजा
में बच्चों की हत्या अब शौक बन गई है बयान के बाद भी उनकी लोकप्रियता में खास गिरावट नहीं
देखी गई। सर्वे में 7 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे पहले वोट नहीं देने वाले थे लेकिन अब देंगे,
जबकि 5 प्रतिशत ने कहा कि बयान के चलते वे अब वोट नहीं देंगे।

