कहा : यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला
इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल 04 : जन संघर्ष मंच हरियाणा ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर हाल ही में मुजफ्फरनगर में हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। मंच ने इस हमले को लोकतांत्रिक असहमति और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा प्रहार बताया है। यहां जारी प्रेस नोट में मंच के राज्य प्रधान फूल सिंह ने कहा कि यह हमला राकेश टिकैत द्वारा सिंधु जल संधि और पहलगाम आतंकी हमले पर दिए गए बयानों के संदर्भ में हुआ। आरोप है कि हिंदुत्ववादी कट्टरपंथी संगठनों के सदस्यों ने टिकैत पर हमला किया, जिसमें उनके सिर पर लाठी मारी गई और पगड़ी उछाल दी गई। टिकैत और उनके भाई नरेश टिकैत ने अपने बयानों में मानवतावादी दृष्टिकोण अपनाते हुए पानी जैसे जीवनदायिनी संसाधन को राजनीतिक हथियार बनाए जाने पर सवाल उठाए थे। नरेश टिकैत ने कहा था कि सिंधु जल संधि को रद्द करना पाकिस्तान के आम किसानों को नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि किसान सीमा से परे भी पहले किसान हैं। मंच ने इस प्रकार के बयानों को भारत-पाकिस्तान के मेहनतकश किसानों के बीच सद्भाव का संदेश बताया और कहा कि इन बयानों को तोड़-मरोडक़र प्रस्तुत कर हिंसा को अंजाम देना लोकतंत्र के खिलाफ है। प्रेस नोट में लोक गायिका नेहा सिंह राठौर और डॉ. मेडूसा के खिलाफ एफआईआर, आतंकी हमले में मारे गए विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल की अपीलों को ट्रोल आर्मी द्वारा निशाना बनाए जाने और नैनीताल की सामाजिक कार्यकर्ता शीला नेगी को धमकियां मिलने जैसी घटनाओं का भी उल्लेख करते हुए इन्हें अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला करार दिया गया है।

