अमृतसर, 13 मई । पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को अमृतसर के
मजीठा क्षेत्र के पांच गांवों में जहरीली शराब पीने से मारे गये 17 लोगों के परिवारों से मुलाकात कर
संवेदना व्यक्त की और प्रत्येक पीड़ित परिवार को 10-10 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की।
मान ने कहा कि सरकार द्वारा पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार
के एक सदस्य को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शराब रैकेट के
सरगना और कई स्थानीय वितरकों सहित 10 लोगों को अवैध शराब के कारोबार के सिलसिले में
गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कांड के तार दिल्ली से भी जुड़े हैं, जिन्हें पकड़ने के
लिये पुलिस का एक दल दिल्ली के लिये रवाना हो चुका है। उन्होंने आशंका जाहिर की कि शराब के
अवैध कारोबार में पुलिस, राजनीतिक नेता और अफसरशाही की मिलीभगत हो सकती है। उन्होंने कहा
कि इस सारे मामले में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब पुलिस ने जहरीली शराब के कारण हुई दुखद मौतों के बाद त्वरित
कार्रवाई करते हुए डीएसपी सबडिवीजन, मजीठा और एसएचओ पुलिस स्टेशन मजीठा को घोर
लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है। दोषियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गयी
है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन खरीदे जाने के बाद मेथनॉल का इस्तेमाल जहरीली शराब बनाने के
लिये किया जाता था, पूरी कार्यप्रणाली का पता लगाने और इसमें शामिल सभी लोगों को न्याय के
कटघरे में लाने के लिए जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि जांच में पता चला है कि अभी 600 लीटर
मेथनॉल और मंगवाने के लिए ऑनलाइन आर्डर किया गया था।