Monday, June 16, 2025
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जितनी देर में लोग नाश्ता-पानी निपटाते हैं, उतनी देर में आपने दुश्मनों को निपटा दिया : रक्षा मंत्री राजनाथ

भुज, 16 मई । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को गुजरात के भुज एयर फोर्स स्टेशन

का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वायु योद्धाओं से बातचीत की। जवानों को संबोधित करते हुए

‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के लिए बधाई दी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि

पाकिस्तानी धरती पर आतंक के अजगर को कुचलने के लिए भारतीय वायुसेना के लिए 23 मिनट

काफी थे। जितनी देर में लोग नाश्ता-पानी निपटाते हैं, उतनी देर में आपने दुश्मनों को निपटा दिया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “मैं आज आपके बीच में आपका अभिनंदन करने के लिए आया हूं।

ऑपरेशन सिंदूर में सचमुच आप लोगों ने करिश्माई काम किया है, भारत का मस्तक आपने सारी

दुनिया में ऊंचा किया है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो हमारे सैनिक अथवा हमारे नागरिक शहीद हुए

हैं, मैं सबको नमन करता हूं और जो हमारे बहादुर जवान घायल हुए हैं, उनके शीघ्र स्वस्थ होने की

मैं ईश्वर से कामना करता हूं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “यह कोई छोटी बात नहीं है कि हमारी एयरफोर्स की पहुंच

पाकिस्तान के हर कोने तक है और यह बात पूरी तरह से साबित हो चुकी है। आज स्थिति यह है कि

भारत के फाइटर प्लेन बिना सरहद पार किए ही, यहीं से उनके हर कोने तक सीधा प्रहार करने में

पूरी तरह से सक्षम हैं और पूरी दुनिया ने देख लिया है कि कैसे आपने पाकिस्तान की धरती पर

मौजूद आतंकियों के 9 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है। बाद में की गई कार्रवाई में उनके अनेक

एयरबेस भी तबाह कर दिए। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान एयरफोर्स ने न केवल पराक्रम दिखाया, बल्कि

पूरी दुनिया के सामने इस बात का प्रमाण भी दिया है कि भारत की युद्ध नीति और टेक्नोलॉजी

दोनों बदल चुकी हैं। आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नए भारत का संदेश पूरी दुनिया तक

इस बार पहुंचा दिया है।”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भुज एयर बेस पर कहा, “मैं आपको बताना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर

का नाम हमारे देश के प्रधानमंत्री मोदी ने रखा था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो कुछ भी आपने

किया, उस पर सभी भारतीयों को गर्व है। पाकिस्तानी धरती पर आतंक के अजगर को कुचलने के

लिए भारतीय वायुसेना के लिए 23 मिनट काफी थे। वह आपने करके दिखाया। यह कहना गलत नहीं

होगा कि जितनी देर में लोग नाश्ता-पानी निपटाते हैं, उतनी देर में आपने दुश्मनों को निपटा दिया।

आपने दुश्मन की धरती पर मिसाइलें गिराईं, उन मिसाइलों की गूंज सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं

थी, पूरी दुनिया ने सुनी। वास्तव में वह गूंज सिर्फ मिसाइलों की ही नहीं थी, वह गूंज थी आपके

शौर्य और सेना के जवानों के पराक्रम की।

उन्होंने कहा, “अब यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान में आतंकवाद और वहां की सरकार का

चोली-दामन का संबंध है। इस परिस्थिति में यदि वहां परमाणु अस्त्र और अटॉमिक वेपन रहते हैं, तो

इस बात की संभावना को भविष्य में कभी नकारा नहीं जा सकता है कि वह आतंकवादी तत्वों के

हाथों में चले जाएं। यह सिर्फ भारत के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए और पाकिस्तान की

आम जनता के लिए भी एक गंभीर खतरे की बात होगी। सारे विश्व और खासकर पाकिस्तान की

आवाम को यह समझना होगा कि वह कितने बड़े खतरे के मुकाम पर बैठे हैं। इस हालात के लिए

पाकिस्तान की फौज को यह संदेश देना चाहूंगा, ‘कागज का है लिबाज, चिरागों का शहर है, चलना

संभल-संभल कर क्योंकि तुम नशे में हो।’

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