कलायत आईटीआई ने जिला प्रशासन के साथ किया ऑन जॉब ट्रेनिंग के लिए एमओयू साइन..
विद्यार्थियों को वास्तविक कार्यस्थल पर काम करने का मिलेगा अनुभव, बढ़ेगा आत्मविश्वास..
इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल, 17 अप्रैल : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री नायब सैनी की अगुवाई में सरकार युवाओं को कौशल और शिक्षा के जरिए सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए जिले में डीसी प्रीति ने एक अलग पहल की है। जिसके तहत जिला प्रशासन ने राजकीय आईटीआई कलायत एट पिंजूपुरा ने स्किल ट्रेनिंग को देखते हुए रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग मैकेनिक व्यवसाय के छात्रों की ऑन जॉब ट्रेनिंग के लिए एमओयू साइन किया है। जिसके तहत आईटीआई के 15 छात्र नौ अप्रैल से संबंधित व्यवसाय अनुदेशक रणदीप सिंह की अगुवाई में जिला सचिवालय स्थित विभिन्न विभागों के एसी व वाटर कूलर्स को दुरुस्त करने में लगे हुए हैं। अब तक तकरीबन बीस एसी व वाटर कूलर्स की सर्विस व मुरम्मत कर चुके हैं। छात्रों में इस पहल से गजब का उत्साह है। इससे विद्यार्थियों को वास्तविक कार्यस्थल पर काम करने का अनुभव मिल रहा है। जिससे उन्हें इंडस्ट्री में काम करने के लिए तैयार होने में मदद मिलेगी। गौरतलब है कि डीसी प्रीति द्वारा गत 25 मार्च को पिंजूपुरा स्थित राजकीय आईटीआई कलायत का अचानक दौरा किया था और निर्देश दिए थे कि बच्चों के कौशल को बढ़ाने की दिशा में योजना बनाई जाए। इसके बाद संस्थान के प्रधानाचार्य भूपेंद्र पाल सिंह से विचार विमर्श के दौरान छात्रों की प्रतिभा व कौशल को संवारने व परखने के लिए जिला प्रशासन कैथल और राजकीय आईटीआई कलायत के बीच लघु सचिवालय के डीसी ऑफिस व आईटी सोसाइटी के सभी एसी व वाटर कूलर्स के रख रखाव हेतु एक ऑन जॉब ट्रेनिंग के लिए एमओयू साइन करने के लिए सहमति बनी और ओजेटी एमओयू सीटीएम कैथल गुरविंदर सिंह और प्रधानाचार्य भूपेंद्र पाल सिंह के बीच डीसी प्रीति से मंजूरी उपरांत आठ अप्रैल 2025 को साइन हुआ। राजकीय आई टी आई कलायत एट पिंजूपुरा के रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग मैकेनिक व्यवसाय के पंद्रह छात्र नौ अप्रैल को संबंधित व्यवसाय अनुदेशक रणदीप सिंह की अगुवाई में एसी व वाटर कूलर्स को दुरुस्त करने में जुट हुए हैं। डीसी प्रीति ने कहा कि आईटीआई में सभी बच्चों को कौशल ट्रेनिंग देने में समय लगता है। इसलिए कलायत आईटीआई के छात्र सचिवालय के एसी व वाटर कूलर्स को अपने व्यवसाय अनुदेशक के नेतृत्व में दुरुस्त करने में लगे हैं। यह साझेदारी स्किल ट्रेनिंग के लिए एक नई दिशा देने में मील का पत्थर साबित होगी और हम अन्य व्यवसायों के छात्रों के साथ भी उनकी स्किल को निखारने के लिए विचार विमर्श कर रहे हैं। छात्रों की कार्यकुशलता व स्किल से हम प्रभावित हैं और आम जनता भी जब छात्रों को सार्वजनिक जगह पर ऐसे कार्य करते हुए देखती है तो अपने बच्चों को स्किल ट्रेनिंग दिलवाने की दिशा में प्रोत्साहित होगी और प्लेसमेंट में भी अभूतपूर्व प्रगति होगी। डीसी प्रीति ने कहा कि ऑन जॉब ट्रेनिंग छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ साथ व्यावहारिक कौशल भी सिखाता है, जो उन्हें इंडस्ट्री में काम करने के लिए तैयार करता है। युवाओं को रोजगार के काबिल बनाने के लिए यह अच्छी शुरुआत है। यह काम करने के बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। भूपेंद्र पाल सिंह, प्रधानाचार्य ने कहा कि डीसी प्रीति के मार्गदर्शन में यह अपने आप में एक अनूठी पहल है। इससे जहां इन सार्वजनिक भवनों में काम के लिए आने वाली जनता को बेहतर पीने के पानी की व्यवस्था और तपती गर्मी से राहत प्रदान करेगी, वहीं छात्रों के कौशल को निखारने के साथ साथ जिलाधीश के कार्यालय में काम करने से उनका आत्मविश्वास एक नई बुलंदियों छुएगा और सरकारी पैसे की बचत भी होगी। ग्रामीण आंचल में स्थित कलायत आईटीआई के छात्र-छात्राओं के बेहतरीन कौशल प्रशिक्षण व रोजगार के लिए हम भविष्य में भी ऐसे नए प्रयोग करते रहेंगे।


