नई दिल्ली, 04 मई । सोशल मीडिया पर खुद को एम्स का डॉक्टर बताकर शोहरत बटोरने
वाले शख्स के खिलाफ अब अस्पताल प्रबंधन कार्रवाई की तैयारी में है। एम्स प्रबंधन के मुताबिक,
सोशल मीडिया पर खुद को एम्स के रेडियोलॉजी विभाग का डॉक्टर बताने वाला व्यक्ति पूरी तरह
फर्जी है। उसका एम्स से कोई लेना-देना नहीं है। जल्द की उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत की
जाएगी। दरअसल, बीते कुछ समय से डॉ. नमित सिंह नाम से एक शख्स का वीडियो सोशल
मीडिया साइट्स जैसे एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इन वीडियो में
दावा किया गया है कि शख्स एम्स के रेडियोलॉजी विभाग में कार्यरत डॉक्टर है।
आरोपी ने एम्स के निदेशक कार्यालय का एक फर्जी पत्र भी सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें
उसने खुद को अधिक प्रामाणिक साबित करने की कोशिश की। ऐसे खुली पोल इस व्यक्ति की पोल
तब खुली जब वह एक्स पर कुछ महिला पत्रकारों को अभद्र भाषा में जवाब देता नजर आया। पत्रकारों
ने जब एम्स से इस मामले में स्पष्टता मांगी, तो संस्थान ने तुरंत प्रेस रिलीज जारी कर साफ किया
कि ऐसा कोई डॉक्टर एम्स में कार्यरत नहीं है। साथ ही उस पत्र को भी फर्जी बताया, जो सोशल
मीडिया पर वायरल हो रहा है।
एम्स की प्रवक्ता डॉ. रीमा दादा ने बताया, ‘यह व्यक्ति एम्स के नाम और प्रतिष्ठा का दुरुपयोग कर
रहा है। हम इसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा रहे हैं। जानकारी मिली है कि फर्जी डॉक्टर
का खाता प्रैक्टो जैसे ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श मंच पर भी है, जहां वह लोगों को सलाह देता है।
वरिष्ठ डॉक्टर बोले, मामले की जांच जरूरी संस्थान के वरिष्ठ डॉक्टरों ने इस मामले में चिंता जताते
हुए कहा कि आरोपी ने फर्जी पत्र के सहारे कहीं और भी एम्स के नाम का गलत इस्तेमाल किया
होगा। इसकी जांच जरूरी है। यह मामला न केवल संस्थान की साख से जुड़ा है, बल्कि आम लोगों
की सुरक्षा और विश्वास से भी जुड़ा है। पुलिस में शिकायत के बाद जल्द ही इस फर्जीवाड़े की गहराई
से जांच की उम्मीद की जा रही है।

