डॉ. गिल कई वर्षों से निरंतर पर्यावरण को हरा-भरा बनाने में निभा रहे है अहम भूमिका..
कैथल, 18 फरवरी (विकास कुमार) : भारतीय चिकित्सा परिषद् के सदस्य डॉ. जितेंद्र गिल समूचे कैथल जिला को हरा-भरा बनाने की मुहिम के तहत लोगों को अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने की मुहिम चलाएंगे, जिसके तहत लोगों को जागरूक करके अधिक से अधिक पौधारोपण किया जाऐगा। उल्लेखनीय है कि डॉ. गिल निरंतर कई वर्षों से पेड़ पौधे लगाने का अभियान चलाए हुए है। जागरूकता मुहिम के तहत यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ. जितेंद्र गिल ने कहा कि पौधे हमारे जीवन का आधार हैं, क्योंकि ये हम सब को जीने के लिए जरूरी ऑक्सीजन के साथ-साथ बीमारियों के इलाज के लिए मदद करने में सक्षम है। यदि हर कोई अपने आसपास की जड़ी बूटियों को पहचान कर उसके बीमारी में प्रयोग की विधि जान ले तो हम सब मिलकर समाज व राष्ट्र की बहुत बड़ी सेवा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से वर्षा ऋतु में सारे रोगों का आक्रमण होता है। उसके निदान के लिए प्रकृति ने बहुत सारी जड़ी बूटियों को इस ऋतु में स्वास्थ्य के लाभ के लिए पैदा किया है। लेकिन दुर्भाग्य से हम जानते नहीं कि किस प्रकार से हम इन जड़ी बूटियों के पौधों के प्रयोग से खतरनाक से खतरनाक बीमारी को ठीक करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि पौधे हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं, जो न केवल प्राकृतिक सौंदर्य में योगदान करते हैं, बल्कि पर्यावरण को भी संतुलित रखते हैं। वे ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं, जो हमारे जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके वायुमंडल की शुद्धता को बनाए रखते हैं। डॉ. जितेंद्र गिल ने कहा कि पौधे न केवल मनुष्यों के लिए बल्कि अन्य प्राणियों के लिए भी आवश्यक हैं, क्योंकि ये खाद्य और आश्रय प्रदान करते हैं। आज के समय में जब वनों की अंधाधुंध कटाई हो रही है और प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, तब पौधों का संरक्षण और उनका महत्व और भी बढ़ जाता है। पौधों के महत्व को समझते हुए, हमें उन्हें बचाने के लिए सक्रिय रूप से कदम उठाने चाहिए। सबसे पहले, हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए, चाहे वह हमारे घर के आस-पास हों या सार्वजनिक स्थानों पर। इसके साथ ही, यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम जो पौधे लगाते हैं, वे हमारे पर्यावरण के अनुकूल हों और स्थानीय प्रजातियों से संबंधित हों। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जब तक पेड़ पौधे होंगे, तब तक जीवन होगा।
पौधे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी..
भारतीय चिकित्सा परिषद् के सदस्य डॉ. जितेंद्र गिल ने कहा कि पौधे पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे मृदा को स्थिर करते हैं, पानी के प्रवाह को नियंत्रित करते हैं और जलवायु में सुधार करते हैं। पौधे कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके और ऑक्सीजन का उत्सर्जन करके जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। पौधों की जड़ें मृदा के अपरदन को रोकने में मदद करती हैं। उन्होंने कहा कि पौधों का मनुष्यों पर भी बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। पौधों से मिलने वाले विभिन्न उत्पाद जैसे कि अनाज, फल, सब्जियां, औषधियां और रेजिन आदि हमारे जीवन के लिए जरूरी हैं। इसके अलावा, पौधे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं। ताजगी और शांति की भावना के लिए हरियाली बहुत महत्वपूर्ण है। पौधों की उपस्थिति से तनाव कम होता है और व्यक्ति की मानसिक स्थिति में सुधार होता है।


