कहा : शिक्षक पात्रता परीक्षा केंद्र वाली नीति ही सीईटी में लागू करनी चाहिए..
इंडिया गौरव ब्यूरो ढांड, 1 जून । हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (एचटेट) और हरियाणा संयुक्त पात्रता परीक्षा (सीईटी) दोनों ही पात्रता परीक्षाएं हैं। जब शिक्षक पात्रता परीक्षा के परीक्षा केंद्र गृह जिले में बनाए जा सकते हैं तो संयुक्त पात्रता परीक्षा के परीक्षा केंद्र भी गृह जिले में ही बनाए जाने चाहिए। उक्त मांग पूर्व हैफेड डायरैक्टर एवं समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने न करते हुए कहा है कि इससे अभ्यर्थियों को अनावश्यक तनाव और यात्रा से मुक्ति मिलेगी, वहीं राज्य सरकार को भी अपनी बसों को व्यर्थ इधर-उधर नहीं दौड़ाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जितना फोकस बाकी व्यवस्थाओं पर किया जाना है, उतना यदि परीक्षा के प्रबंधन पर कर लिया जाए तो गृह जिले में भी परीक्षा सुचारू और नकल रहित करवाई जा सकती है। रामचंद्र जडौला का कहना है कि तकनीक के इस दौर में भी यदि नकल रोकने के लिए उम्मीदवारों को 250-300 किलोमीटर दूर परीक्षा केंद्र दिए जाते हैं तो यह प्रशासनिक विफलता ही कहलाएगी। पहले शिक्षक पात्रता परीक्षा के परीक्षा केंद्र भी दूर दिए जाते थे, लेकिन अब गृह जिलों में ही शांतिपूर्वक परीक्षा संपन्न होती है। सीईटी भी पात्रता परीक्षा ही है, इसके केंद्र भी गृह जिलों में बनाए जा सकते हैं केवल सरकार में इच्छाशक्ति होनी चाहिए। उन्होंने मांग की है कि व्यापक लोकहित में सरकार को इस पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए और शिक्षक पात्रता परीक्षा केंद्र वाली नीति ही सीईटी में लागू करनी चाहिए। इससे उम्मीदवारों को तो लाभ होगा ही सरकार का राजस्व भी बचेगा साथ ही रोडवेज को भी नुकसान नहीं होगा।


