नई दिल्ली, 27 मई । दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस ने अवैध रूप से भारत में रह रहे 88
बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है। यह कार्रवाई 10 दिनाें तक चलाए
गए विशेष सत्यापन अभियान के दौरान की गई। जिसमें कई थानों की टीमों ने सक्रिय भूमिका
निभाई। पकड़े गए सभी संदिग्धों के पास भारतीय नागरिकता से संबंधित कोई वैध दस्तावेज नहीं
पाए गए। इन सभी आरोपितों के पास से बांग्लादेशी पहचान पत्रों की फोटोकॉपी बरामद हुई।
दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी के अनुसार गृह मंत्रालय के निर्देशों के तहत विशेष
अभियान के अंतर्गत यह सघन जांच अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान सरोजिनी नगर,
किशनगढ़, सफदरजंग एन्क्लेव, वसंतकुंज साउथ, कपासहेड़ा, सागरपुर, एएटीएस, दिल्ली कैंट, पालम
गांव व वसंत कुंज नॉर्थ थानों की टीमें शामिल रहीं। सभी टीमों को निर्देश दिए गए थे कि वे
संभावित क्षेत्रों में गुप्त सूचनाओं के आधार पर सत्यापन करें। इस विशेष अभियान में गुप्तचरों की
मदद से प्रवासियों की पहचान की गई और पूछताछ के दौरान जब वे कोई वैध भारतीय दस्तावेज
नहीं दिखा सके, तो उन्हें हिरासत में लिया गया।
पूछताछ में सभी प्रवासियों ने स्वीकार किया कि वे पिछले कई वर्षों से भारत में अवैध रूप से रह रहे
हैं। इन लोगों के पास से बांग्लादेश के पहचान पत्रों की फोटोकॉपी भी बरामद हुई। सभी को हिरासत
में लेकर आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं। उसके बाद विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय
(एफआरआरओ) की मदद से निर्वासन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। डीसीपी के अनुसार इस
अभियान के दौरान अब तक कुल 142 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ा जा चुका है। दक्षिण-
पश्चिम जिला पुलिस की यह कार्रवाई न केवल कानून व्यवस्था को बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा
कदम है, बल्कि इससे आम जनता का पुलिस पर विश्वास भी मजबूत हुआ है।
इन थानों ने पकड़े बांग्लादेशी
सरोजनी नगर 06
किशनगढ़ 04
सफदरजंग एन्क्लेव 07
वसंत कुंज साउथ 10
कपासहेड़ा 11
सागरपुर 07
जिले की एएटीएस ने 04
दिल्ली कैंट 07
पालम गांव 11 और वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस ने 21 बांग्लादेशी पकड़े।


