नई दिल्ली, 29 मई । दिल्ली में जापानी नागरिकों को धोखा देने वाले दो अवैध कॉल
सेंटरों को ध्वस्त कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने ये कार्रवाई ऑपरेशन-V
के तहत की है। इस ऑपरेशन में सीबीआई ने जापान नेशनल पुलिस और माइक्रोसॉफ्ट के साथ
मिलकर काम किया और सिंडिकेट के सदस्यों और उनके ठिकानों की पहचान की।
दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में छापेमारी
सीबीआई ने ठिकानों की पहचान कर, बुधवार को दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की 19 जगहों पर
छापेमारी की। इस दौरान कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही दो अवैध
कॉल सेंटरों को भी ध्वस्त किया गया। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान दिल्ली निवासी आशु
सिंह, हरियाणा के पानीपत निवासी कपिल घाखर, वाराणसी के आदर्श कुमार, अयोध्या के रोहित
मौर्य, विवेक राज और शुभम जायसवाल के रूप में हुई है।
लीगल कस्टमर सर्विस के रूप में काम करता था सिंडिकेट
जानकारी के अनुसार, ये सिंडिकेट लीगल कस्टमर सर्विस सेंटर के रूप में काम करता था। ये लोग
पीड़ितों को यकीन दिलाते थे कि उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से छेड़छाड़ की गई। इसके बाद पीड़ितों
को डमी अकाउंट में पैसे भेजने के लिए मजबूर किया जाता था।
डिजिटल साक्ष्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज बरामद
इस कार्रवाई में कॉल सेंटर की तलाशी के बाद डिजिटल साक्ष्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज
बरामद किए गए हैं। इससे पता चलता है कि ये सिंडिकेट बड़े लेवल पर काम करता है। शुरुआती
जांच में पता चला कि घोटाले में पीड़ितों के साथ हेरफेर, झूठे बहाने से पैसे ऐंठने के लिए
इंजीनियरिंग तकनीक और तकनीकी छल का इस्तेमाल किया जाता था।
इस बारे में सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि सहयोगात्मक अंतर्राष्ट्रीय जुड़ाव से ये ऑपरेशन
अपराधियों की पहचान करने और सिंडिकेट के संचालन ढांचे का पता लगाने में महत्वपूर्ण साबित
हुआ है। इस ऑपरेशन के तहत जापानी नागरिकों को धोखा देकर पैसे ऐंठने वाले दो कॉल सेंटरों को
ध्वस्त किया गया है। वहीं इस मामले में संलिप्त 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ जारीहै।

