500 का फर्जी नोट 200 में खरीदकर 300 में बेचता था आरोपी
नई दिल्ली, 08 जून । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।
दरअसल, एक अंतरराज्यीय नकली नोट रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने इसके एक प्रमुख
सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान बिहार के बेतिया जिले के रहने वाले नौशाद आलम
(22) के रूप में हुई है। उसके कब्जे से 4 लाख की नकली करेंसी बरामद की गई है।
डीसीपी ए.के. कौशिक ने बताया कि स्पेशल सेल की नॉर्दर्न रेंज टीम के इंस्पेक्टर अनुकुल पवार और
इंस्पेक्टर प्रवीन कुमार, एसीपी राहुल कुमार सिंह के नेतृत्व में पिछले चार महीनों से इस नेटवर्क पर
निगरानी रखे हुए थे। इस बीच टीम को पुख्ता सूचना मिली कि एक अंतरराज्यीय गिरोह देश में
बांग्लादेश की सीमा से नकली करेंसी की तस्करी कर रहा है और दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों
में इसका नेटवर्क सक्रिय है। पुलिस को इनपुट मिला कि नौशाद आलम नामक व्यक्ति विजय घाट
बस स्टैंड के पास नकली नोटों की बड़ी खेप पहुंचाने वाला है। पुलिस टीम ने ट्रैप लगाकर उसे रंगे
हाथ दबोच लिया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी एक व्यक्ति से यह नकली
नोट लेकर आता था और दिल्ली व बिहार में अपने संपर्कों को पहुंचाता था। वह हर 500 की
एफआईसीएन (फेक इंडियन करेंसी नोट) को 200 रुपये में खरीदता और 300 में बेचता था। अब तक
वह 4-5 बार नकली नोटों की खेप सप्लाई कर चुका है। जांच में यह भी सामने आया है कि
बांग्लादेश के रास्ते भारत में नकली नोटों की तस्करी का नेटवर्क काफी बड़ा है और इससे होने वाली
कमाई से हथियार खरीदे जाने की भी आशंका है। नौशाद आलम, अशिक्षित युवक है जो आर्थिक तंगी
के चलते इस अवैध धंधे से जुड़ा। फिलहाल आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के
तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी कर रही है।