नैनीताल, 02 मई । नैनीताल में गत 12 अप्रैल को 12 वर्षीय बालिका के साथ हुई जघन्य
एवं अमानवीय घटना पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. उर्मिला जोशी ने सरकार की
ओर से पीड़िता और उसके परिवार को पूर्ण समर्थन का भरोसा दिलाया।
उन्हाेंने कहा है कि उनकी चिकित्सा, मानसिक और विधिक सहायता के लिए हर संभव संसाधन
तत्काल उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से माँग की है कि आरोपित का ठेकेदारी लाइसेंस
निरस्त किया जाए, उसकी संपत्ति की जाँच हो और यदि वह किसी सरकारी योजना से संबद्ध हो तो
उसका नाम काली सूची में डाला जाए।
उन्होंने नागरिकों से भी सतर्क रहने का आह्वान करते हुए कहा कि यदि किसी को अपने आसपास
कोई संदेहास्पद गतिविधि दिखाई दे तो वह चुप न रहे, तुरंत पुलिस को सूचना दे। महिला सुरक्षा के
लिए तकनीकी संसाधनों जैसे मोबाइल ऐप, हेल्पलाइन नंबर आदि का अधिक से अधिक उपयोग किया
जाना चाहिए।