नई दिल्ली, 29 मई । दिल्ली के केशव नगर इलाके के लोगों को दिल्ली विकास प्राधिकरण
(डीडीए) द्वारा घर खाली कराने का नोटिस दिया गया है। इस नोटिस के अनुसार घर खाली करने का
आज आखिरी दिन है। डीडीए के डर से कुछ लोग पहले ही अपना ठिकाना छोड़ चुके हैं। बाकी लोगों
से आशियाना खाली करवाया जा रहा है। प्रशासन के इस फैसले के विरुद्ध कुछ लोग अपने घरों में
डटे हुए हैं। उनका कहना है कि जिस घर को उन्होंने सालों की मेहनत से तिनका-तिनका जोड़कर
बनाया है, वे उसे ऐसे ही तोड़ने नहीं देंगे।
बता दें कि केशव नगर इलाके में कई परिवार ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी सड़क किनारे
गुजारकर, आंधी-तूफान, बारिश और जलभराव झेलकर और कर्ज लेकर अपना एक छोटा-सा घर
बसाया है। जो अब डीडीए की डिमोलेशन कार्रवाई की चपेट में आ रहा है। वहां के लोग डीडीए की इस
कार्रवाई से बहुत चिंतित हैं। उनका कहना है कि उन्होंने बड़ी मेहनत से घर बनाए हैं। अगर सरकार
इन घरों को छीन लेगी, तो उनके पास कुछ नहीं रह जाएगा।
'घर तोड़ने से पहले हमारे रहने का इंतजाम कराए सरकार'
केशव नगर के लोगों की मांग है कि अगर सरकार हमारे घर तोड़ना चाहती है, तो पहले हमारे रहने
का इंतजाम करे और हमारे घरों का मुआवजा दे। हमें इस तरह से बेसहारा क्यों किया जा रहा है?
डीडीए से रिटायर हुए बुजुर्ग ने रिटायरमेंट के पैसों से बनवाया घर
वहीं डीडीए से रिटायर हुए एक बुजुर्ग ने कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी के 60 साल डीडीए की सेवा
में लगा दिए और अब रिटायरमेंट में मिली रकम से उन्होंने एक छोटा सा घर बसाया। अब डीडीए
इस घर को तोड़ने की तैयारी कर रही है। वहीं कुछ लोगों ने तो यह तक कह दिया है कि अगर घर
तोड़ा गया तो वे आत्महत्या कर लेंगे।

