नई दिल्ली, 05 जून । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान
संस्थान (एम्स) में ‘धानुका वेटिंग हॉल’ का गुरुवार को उद्घाटन किया। उन्होंने मीडिया से बात
करने के दौरान कहा कि दिल्ली एम्स देश का सबसे बड़ा मेडिकल इंस्टीट्यूट है। सालाना 5 लाख
ओपीडी यहां होती है। देशभर से मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की पूरे देश में 22 एम्स बनाने की योजना पर काम चल रहा है।
इन सबके बावजूद भी दिल्ली एम्स का अपना अलग महत्व है। साल 2014 से पहले इन
अस्पतालों में कई तरह की अव्यवस्थाएं रहा करती थी। पिछले 10 साल में दिल्ली एम्स में सारी
व्यवस्थाएं बेहतर हुई हैं। अब बहुत ही व्यवस्थित तरीके से यहां की कार्यप्रणाली काम कर रही है।
डॉक्टर, नर्स और अटेंडेंट हों, सबका ध्यान रखा जाता है।
उन्होंने धानुका ग्रुप को बधाई देते हुए कहा कि इस ग्रुप की वजह से ही सीएसआर में ‘धानुका
वेटिंग हॉल’ बन पाया है। उन्होंने कहा कि मरीज तो भर्ती हो जाता है, लेकिन तीमारदारों को
परेशानी होती है। वह यहां-वहां टहलकर अपना समय बिताता है। सरकार और समाज एक साथ जब
काम करेंगे तभी प्रगति संभव है। विकसित भारत हो या विकसित दिल्ली हो, इस तरह के प्रयास से
ही शहर में सुविधाएं बढ़ती हैं।
वहीं,धानुका ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आर.जी. अग्रवाल कहते हैं, “आज धानुका वेटिंग हॉल का उद्घाटन
हुआ। एम्स भारत का सबसे बड़ा संस्थान है, जहां दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश से मरीज आते हैं।
पहले उनके बैठने के लिए कोई उचित स्थान नहीं था, इसलिए मरीजों और उनके तीमारदारों को गर्मी,
सर्दी और धूप में बाहर बैठकर कष्ट सहना पड़ता था, कभी-कभी तो एक-दो हजार लोग होते थे।
धानुका वेटिंग हॉल बनने के बाद मरीज और तीमारदारों को राहत मिलेगी। यह हॉल 6 करोड़ की
लागत से बना है। अब यहां पर उनके बैठने की उचित व्यवस्था हो गई है।