कैथल द आर्यन इंटरनेशनल स्कूल में नशे के विरुद्ध 100 वां जागरूकता कार्यक्रम आयोजित..
इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल 24 मई । हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, भापुसे के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा, भापुसे और पुलिस अधीक्षक पंखुड़ी कुमार के नेतृत्व में कैथल में नशे के विरुद्ध एक दिवसीय 100वां जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम द आर्यन इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक प्रद्युम्न सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे हुए थे। बता दें कि हरियाणा में दो बार साइक्लोथॉन का नेतृत्व कर चुके डॉ. अशोक कुमार वर्मा सदैव साइकिल के साधन का प्रयोग करते हुए प्रतिदिन हरियाणा के अलग अलग शहरों में जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में विद्यालय के 500 विद्यार्थियों, 30 शिक्षकों और 35 अन्य कर्मचारियों ने भाग लिया। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने नशे के विरुद्ध व्याख्यान देते हुए कहा कि नशा होता अच्छा तो सबसे पहले मां देकर कहती खा ले मेरे बच्चा। उन्होंने आगे कहा कि इसी प्रकार पिता अपनी संतान को कहता ले थोड़ी सी पी ले क्यों करता है चिंता अपनी जिंदगी जी ले। इससे स्पष्ट होता है कि ये मनुष्य के सेवन के लिए नहीं है। उन्होंने नशों की परिभाषा, प्रकार, नशे के आगम और वितरण बारे जागरूक करते हुए कहा कि नशे के कारण घर और परिवार, समाज बहुत अधिक प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित नशे के लिए भारत सरकार द्वारा नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटांस एक्ट बनाया गया है। इस अधिनियम के अनुसार नशे पर अंकुश लगाया जा रहा है लेकिन केवल और केवल पकडऩे से यह कार्य सम्पूर्ण नहीं हो सकता जब तक यह जन जन तक न पहुंचे। हरियाणा सरकार द्वारा दो बार साइक्लाथोन यात्रा निकाल कर भी जागरूकता कार्यक्रम किये गए हैं। उन्होंने आगे बताया कि कोई भी व्यक्ति हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबर 9050891508 पर या 1933 पर अथवा मानस पर नशे के विरुद्ध गुप्त सूचनाएं देकर सच्चे नागरिक का कर्तव्य निर्वहन कर सकता है। कार्यक्रम के अंत में शपथ ग्रहण करवाई गई। विद्यालय के निदेशक प्रद्युमन सिंह ने ब्यूरो और डॉ. अशोक कुमार वर्मा का आभार व्यक्त किया और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।


