कराची, 28 मई (वेब वार्ता)। पाकिस्तान के सबसे बड़े और व्यस्ततम महानगर कराची में पानी का
संकट विकराल रूप धारण कर चुका है। पिछले 25 दिनों से शहर के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति
पूरी तरह से ठप पड़ी है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। भीषण गर्मी के बीच
पानी की इस गंभीर कमी ने लाखों लोगों को महंगे टैंकरों पर निर्भर होने को मजबूर कर दिया है।
जानकारी अनुसार कराची के कोरंगी, लांधी, गुलशन-ए-इकबाल, जमशेद रोड, लियाकताबाद,
नाज़िमाबाद, दस्तगीर, फेडरल बी एरिया और बल्दिया टाउन जैसे घनी आबादी वाले इलाके पानी की
भारी किल्लत का सामना कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि हफ्तों से नलों में एक बूंद
पानी नहीं आया है, जबकि नगर निगम की ओर से कोई ठोस समाधान नहीं किया गया है। इसके
चलते शहर में पानी के टैंकरों की कीमतें आसमान छू रही हैं। कई जगहों पर एक टैंकर की कीमत
5,000 से 7,000 पाकिस्तानी रुपये तक वसूली जा रही है। यह गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के
लिए बेहद भारी पड़ रहा है। कुछ परिवार दिन में एक बार भी खाना पकाने या पीने के पानी के लिए
संघर्ष कर रहे हैं।
नागरिकों में आक्रोश
जल संकट से परेशान नागरिकों ने कई इलाकों में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया है। लोगों का
आरोप है कि पानी माफिया और सरकारी उदासीनता ने मिलकर इस स्थिति को जन्म दिया है।
नागरिकों का कहना है कि कुछ इलाकों में कृत्रिम तौर पर पानी की सप्लाई रोकी जा रही है ताकि
टैंकर माफिया को फायदा मिल सके।
कराची वॉटर एंड सीवरेज बोर्ड और सिंध प्रांतीय सरकार इस संकट से निपटने के लिए अब तक कोई
ठोस योजना प्रस्तुत नहीं कर पाए हैं। सरकार की ओर से जारी बयानों में केवल आश्वासन और जांच
के निर्देश नजर आते हैं, जबकि ज़मीन पर स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।

