पितृपक्ष की शुरुआत 17 सितंबर.मंगलवार से है. 2 अक्टूबर अमावस्या तक रहेंगे. कुंडली के पितृ दोष दूर करने के लिए पितृपक्ष का समय सबसे अच्छा माना जाता है. इन दिनों पितरों को खुश करने के लिए और उनका आर्शीवाद पाने के लिए उपाय किए जाते हैं पितृदोष से हैं परेशान तो ये करें उपाय.
1. घर के दक्षिण दीवार पर अपने पूर्वजों की तस्वीर लगाएं और उनकी तस्वीर के सामने दिया धूप या अगरबत्ती जलाएं..
2. रोजाना घर में शाम के समय दक्षिण दिशा में तेल का दीपक लगाएं. ऐसा रोजाना भी कर सकते हैं. इससे पितृ दोष खत्म हो जाता है..
3.रोजाना दोपहर के समय पीपल के पेड़ की पूजा करें. पितरों को प्रसन्न करने के लिए पीपल में गंगाजल में काले तिल. दूध. अक्षत और फूल अर्पित करें.
4. पितृ दोष को समाप्त करने के लिए भगवान शिव की रोजाना पूजा करें..
5. पांचमुखी.सात मुखी. आठमुखी .और बारहमुखी रुद्राक्ष एक साथ धारण करें.
6. अमावस्या पर पितरों के निमित्त भोग लगाएं और पितृस्तोत्र का पाठ करना चाहिए..

