इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल 27 मई । ब्रह्मऋषि पत्रीजी की प्रेरणा एवं नारायण पिरामिड ध्यान केंद्र कैथल के ध्यानियों के सहयोग से पिरामिड लैंड, गांव द्यौरा में पिरामिड के निर्माण हेतु भूमि पूजन हुआ। आयोजन में 150 से अधिक ध्यानियों ने भाग लिया। हर ध्यानी ने एक-एक ईंट रखकर पिरामिड निर्माण में योगदान का परिचय दिया। विशेष रूप से निखिल खुरानिया एवं मीनाक्षी खुरानिया की कड़ी मेहनत और श्रद्धा से यह ध्यान केंद्र बनने जा रहा है। दिल्ली से पधारे विशेष अतिथि पिरामिड सीनियर मास्टर भूपेश ने ध्यान की शक्ति, आत्मजागृति और आत्मपरिवर्तन पर विचार रखे। संत राजेश द्वारा साझा किए गए अनुभवों ने ध्यानियों को ध्यान के प्रति और अधिक प्रेरित किया। इस अवसर पर बच्चों ने भी मंच पर आकर ध्यान से प्राप्त अपने अनुभव साझा किए जिनमें आत्मविश्वास, मानसिक शांति, एकाग्रता और आत्मनियंत्रण जैसे सकारात्मक परिवर्तन विशेष रूप से उल्लेखनीय रहे। कुछ ध्यानियों ने भी मंच पर आकर अत्यंत सुंदर अनुभव सांझा किए। समारोह का समापन सामूहिक अन्नप्रसाद के साथ हुआ।


