हरियाणा प्रदेश / कैथल, 4 अप्रैल। डीसी प्रीति ने बताया कि रबी सीजन शुरू हो चुका है। गेहूं की फसल की कटाई शुरू हो चुकी है, ऐसे में कुछ किसान गेहूं फसल की कटाई के बाद बचे हुए अवशेषों में आग लगा देते हैं जिससे पर्यावरण प्रदूषित होने के साथ-साथ जमीन की उर्वरा शक्ति भी कमजोर होती है। सरकार द्वारा फसल अवशेषों में आगजनी करने पर पूर्ण प्रतिबंध भी लगाया हुआ है।उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे गेहूं फसल की कटाई के बाद बचे हुए अवशेषों में आग न लगाएं बल्कि इसका उचित प्रकार से प्रबंधन करें, जैसे कि पशु चारे के तौर पर या खेत में ही मिलाकर खाद के रूप में उपयोग करें। उन्होंने बताया कि जिला में फसल अवशेष प्रबंधन कार्य करने वाली मशीन भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। इसके अलावा किसानों को भी फसल अवशेष प्रबंधन करने के लिए अनुदान पर मशीनें उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में नजर बनाए रखें, आगजनी की घटना न होने दें।
फसल अवशेषों में आग नहीं लगाएं किसान, उचित प्रबंधन करके बढ़ाएं आमदनी : डीसी प्रीति
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