Monday, December 15, 2025
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बुखार, गले में खराश, पेट में मरोड़ जैसी समस्याएं मानसून में आम..

 डेंगू, मलेरिया ही नहीं मानसून में और कई गंभीर बीमारियों का भी बढ़ जाता है खतरा..

मानसून में सेहतमंद रहने के टिप्स..

1.अपने आस-पास साफ-सफाई रखें। घर में कहीं भी पानी न इकट्ठा होने दें, साथ ही मच्छर से बचाने वाली क्रीम लगाएं। साबुन से बार-बार अपने हाथ धोते रहें, खासकर खाना खाने से पहले।

2.अच्छी सेहत और इम्युनिटी के लिए पोषण से भरपूर डाइट लें। स्ट्रीट, जंक, प्रोसेस्ड फूड खाने में तो बहुत अच्छे लगते हैं, लेकिन इनसे सेहत को किसी भी तरह का कोई फायदा नहीं मिलता है। इनकी जगह घर का बना ताजा खाना खाएं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। पानी को उबालकर पीना सही रहेगी।

3.गंदा पानी पीने और बाहर का खाना खाने से डायरिया, गैस्ट्रोएंटेराइटिस और फूड प्‍वाइ‍जनिंग जैसी पेट की समस्याएं हो सकती हैं।

4.फंगल इन्फेक्शन की समस्या उमस व नमी वाले वातावरण होती है। इससे एथलीट फुट, दाद और यीस्ट इन्फेक्शन जैसे संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।

5.तापमान में अचानक होने वाले बदलाव और उमस के बढ़ने से इम्‍यून सिस्टम कमजोर हो सकता है और ऐसे में वायरल संक्रमण आसानी से फैलता है। कफ या गला खराब होना, बुखार, जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, मितली और डायरिया इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं। 

6.“मानसून के मौसम में हम आमतौर पर बुखार, गले में खराश, पेट में मरोड़ या अन्य समस्याओं से जुड़े विभिन्न लक्षणों में 60% तक का इजाफा देखते हैं।

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