वाशिंगटन, 17 मई (वेब वार्ता)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया है कि भारत ने
अमेरिकी वस्तुओं पर सभी टैरिफ हटाने की पेशकश की है। हालांकि इसके बाद भी उन्होंने कहा कि
स्पष्ट सफलता के बावजूद वह व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की जल्दी में नहीं हैं।
फॉक्स न्यूज को शुक्रवार को दिए एक इंटरव्यू में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, भारत ऐसे देश का सबसे
अच्छा उदाहरण है, जो अपनी सभी बाधाओं को दूर करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
ट्रंप ने कहा कि, “वे व्यापार करना लगभग असंभव बना देते हैं। क्या आप जानते हैं कि वे संयुक्त
राज्य अमेरिका के लिए अपने टैरिफ में 100 प्रतिशत की कटौती करने को तैयार हैं? इस दावे के
बावजूद उन्होंने संकेत दिया, “हर कोई हमारे साथ व्यापार करना चाहता है। भारत के साथ ये
समझौता कितना जल्दी होगा, यह देखना होगा। मुझे कोई जल्दी नहीं है। हम हर किसी के साथ
व्यापार की योजना नहीं बना रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को कहा,
“बातचीत चल रही है लेकिन अंतिम चरण से फिलहाल काफी दूर है।”
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, “भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता चल रही है। ये जटिल
वार्ताएं हैं। जब तक सब कुछ तय नहीं हो जाता, तब तक कुछ भी तय नहीं होता। किसी भी व्यापार
सौदे को पारस्परिक रूप से लाभकारी होना चाहिए। इसे दोनों देशों के लिए काम करना चाहिए।
व्यापार सौदे से हमारी यही अपेक्षा होगी। जब तक ऐसा नहीं हो जाता, इस पर कोई भी निर्णय समय
से पहले होगा।
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उनकी टीम वैश्विक व्यापार गतिशीलता को बड़े स्तर
पर बदलने का विचार कर रही है। शुक्रवार को पहले ट्रंप ने कहा था कि वह “अगले दो से तीन
सप्ताह में” व्यापारिक साझेदारों के लिए नई आयात शुल्क दरें निर्धारित करने की योजना बना रहे हैं।
ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ व्यापार के विस्तार की संभावना पर भी विचार करने की बात कही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि, भारत में पहलगाम आतंकी हमले के बाद सीमा विवाद के बीच
दोनों देशों के बीच युद्ध विराम समझौते के लिए मध्यस्थता करने में व्यापार प्रक्रिया को बढ़ाना एक
बड़ा कारक था। ट्रंप ने कहा, “मैं शांति स्थापित करने के लिए दोनों देशों के साथ बराबरी से व्यापार
करना चाहता हूं।
भारत-पाकिस्तान ही नहीं, अमेरिका-चीन के साथ भी विवाद कम करने की कोशिश कर रहा है। ट्रंप ने
इसे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के प्रति उदारता का कार्य बताया है।
हाल में हुई वार्ता के बाद, अमेरिका और चीन के बीच चला ट्रेड वॉर थमता नजर आ रहा है।
अमेरिका ने चीन पर अपनी दर 145 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत कर दी है और बीजिंग ने अपने
टैरिफ स्तरों को 125 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया है। दोनों देश आगे की चर्चाओं पर
भी विचार कर रहे हैं। ट्रंप के मुताबिक, अगर उन्होंने चीन के साथ समझौता नहीं किया होता तो
चीन बिखर गया होता।