कहा : अनाश्वयक रूप से बढ़ाए जा रहे प्राईवेट बसों के रूट…
इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल 21 अप्रैल । हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर हरियाणा राज्य परिवहन कैथल डिपो के बस स्टैंड पर कर्मचारियों ने 24 घण्टे भूख हड़ताल आरम्भ की। राज्य मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य निशान सिंह, नीरज शर्मा, कृष्ण किछाना, जसबीर, रमेश श्योकंद, सुरेन्द्र श्योकंद, शिवचरण, विक्रम गुहना, सुशील कुमार, बलवान कुंडू, महावीर संधू, सुरेश करोड़ा, ओमपाल, कर्ण, कुलदीप कुमार आदि न कहा कि जुलाई 2024 को परिवहन मंत्री की अध्यक्षता में मोर्चे के प्रतिनिधि मंडल के साथ बैठक में कर्मचारियों की अनेक मांगों को सही मानते हुए सहमति बनी थी। मांगों के परिपत्र जल्द जारी करके उन्हें लागू करने का भरोसा दिया था। सरकार द्वारा मानी गई मांगों के परिपत्र जारी नहीं कर रही हैं जिससे कर्मचारियों को आथिक नुकसान व अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। दूसरी ओर सरकार बिना किसी की मांग के 362 मार्गों पर प्राइवेट बस परमिट देने की योजना बना रही जो किसी भी तरह से जनता हित में नहीं है। पूर्व में चल रही परिवहन समिति के सेवा परिणाम आम जनता के सामने हैं। इसी तरह सरकार द्वारा घाटे का सौदा इलेक्ट्रिक बसें महंगी दरों पर ठेके पर ली हैं जिसका सीधा असर सरकार के राजस्व पर रह हैं। ठेके के इलेक्ट्रिक बसों में सरकार द्वारा दी जाने वाले फ्री व रियाती दरों पर मिलने वाली किसी भी प्रकार की सुविधा लागू नहीं हैं। मोर्चा के सदस्य सरकार से मांग करते हैं कि सरकारी साधारण बसें सरकार रोडवेज बेड़े में प्रदेश की जनसंख्या आधार पर शामिल करे ताकि आम गरीब, मजदूर, व्यापारी, कर्मचारी को सस्ती एवं सुरक्षित परिवहन सेवा मिले और हजारों बेरोजगार युवकों को रोजगार मिले।
ये रहे भूख हड़ताल पर
भूख हड़ताल पर प्रधान अमित कुमार, प्रवीण कुमार, विमल कुमार, सुशील कुमार, सुनील कुमार, विक्रम गुहना, अमित शर्मा, जय भगवान, जसवीर बजीरखेड़ा, रामेहर ढुल, जसमेल, संदीप कुमार, अरुण कुमार, दिलबाग खरक, कृष्ण गुलियाना, परजोत सिंह, शिव कुमार, रामनिवास किठाना, सुनील कुमार, संजय सिंह, सुखदेव सैनी, धर्मवीर देबन, हाकम सिंह, अमित खेड़ी, ईश्वर छातर, इन्द्र पाल, विश्वास, अंचित, राज, शुभम मलिक, संदीप चहल, सोहन मलिक, रामजस, मदनपाल, मनोज मटोर, गुरमेल सिंह, देवेंद्र राणा, संदीप टाया, रमेश कुमार उझाना, सुभाष, धर्मवीर, कृष्ण कुमार, सुरेंद्र कुमार, सुभाष हंसराज, नरेंद्र राममेहर आदि बैठे।


