सांसद सुरजेवाला ने मंडियों में चल रही अव्यवस्थाओं पर सरकार पर तीखा हमला बोला..
ढांड में रामचंद्र गुर्जर के प्रतिष्ठान पर किसानों, आढ़तियों और मजदूरों से की मुलाकात..
इंडिया गौरव ब्यू ढांड, 21 अप्रैल : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस महासचिव एवं सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सोमवार को ढांड में किसान, आढ़ती और मजदूर वर्ग से सीधा संवाद करते हुए प्रदेश की मंडियों में चल रही अव्यवस्था, गेहूं उठान में देरी और पेमेंट संकट को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यकारिणी सदस्य रामचंद्र गुर्जर ढांड के प्रतिष्ठान पर आयोजित कार्यक्रम में सांसद सुरजेवाला ने कहा कि वर्तमान सरकार का सिस्टम पूरी तरह फेल हो चुका है। किसानों की उपज की खरीद तो 1 अप्रैल से शुरू कर दी गई, लेकिन गेहूं उठान के टेंडर 10 अप्रैल को जारी किए गए। जब तक मंडी से फसल का उठान नहीं होगा, तब तक किसानों के खाते में पेमेंट नहीं आएगी, जिससे अन्नदाता आर्थिक व मानसिक संकट में घिरा हुआ है। सुरजेवाला ने आढ़ती वर्ग की भी चिंता जाहिर की और कहा कि कांग्रेस सरकार के समय आढ़तियों को अढ़ाई प्रतिशत आढ़त दी जाती थी और लाइसेंस नवीनीकरण में कोई दिक्कत नहीं दी जाती थी, जबकि मौजूदा सरकार ने न केवल लाइसेंस रिन्यूअल प्रक्रिया को जटिल बनाया है बल्कि इसकी फीस में भी अनुचित बढ़ोतरी की है। उन्होंने साइलो गोदामों तक फसल पहुंचाने की मजबूरी को लेकर भी सरकार की आलोचना की और कहा कि छोटे किसान जिनके पास ट्रैक्टर ट्रॉली नहीं है, उन्हें किराए पर वाहन लेकर 4 से 5 हजार रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं। यह किसानों पर अतिरिक्त बोझ है और सरकार को चाहिए कि अडानी साइलो गोदामों में गेहूं पहुंचाने वाले किसानों को उचित परिवहन भत्ता दे। सांसद सुरजेवाला ने मांग की कि सभी मंडियों में वारदाना पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जाए और उठान कार्यों में स्थानीय ट्रैक्टर-ट्रॉली व फोरविहलर चालकों को भी लाइसेंस देकर शामिल किया जाए, जिससे व्यवस्था में गति आए और किसानों को समय पर भुगतान मिल सके। सुरजेवाला ने हाल ही में प्रदेश में आगजनी की घटनाओं में बर्बाद हुई फसलों पर चिंता जताते हुए कहा कि प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाए, जबकि जिनके मवेशी झुलसे या मरे हैं उन्हें 2 लाख रुपये तथा जिनके घर जले हैं उन्हें स्थिति का आकलन कर समुचित मुआवजा प्रदान किया जाए। मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए सुरजेवाला ने कहा कि केवल हेलिकॉप्टर से हवाई सर्वेक्षण करने से कुछ नहीं होगा। मुख्यमंत्री को जमीन पर उतरकर मंडियों और प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहिए, तभी उन्हें किसानों की असल तकलीफ का एहसास होगा। सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री को खुले मंच पर बहस की चुनौती देते हुए कहा कि वे प्रदेश के मुद्दों पर कहीं भी, कभी भी आमने-सामने की बहस के लिए तैयार हैं। उन्होंने टोल टैक्स की मनमानी बढ़ोत्तरी पर भी सवाल उठाया और इसकी स्पष्ट समय-सीमा तय करने की मांग की। इस मौके पर कांग्रेसी नेता रामचंद्र गुर्जर, सुरेश रोड, दर्शन खनौदा, पी.एल. भारद्वाज, पूर्व मंडी प्रधान नरेश सहारण, गुलाब पाबला, जितेंद्र गोयल पोला, राजेंद्र गुर्जर, रणधीर सिंह भल्ला, रमेश गुर्जर, प्यारा गुर्जर, रणवीर राणा महदूद, सुभाष चुहड़माजरा, महेंद्र सिंह बाली, नसीब सिंह जडौला, देशराज माजरा और सुरेश खनौदा सहित क्षेत्र के अनेक प्रमुख व्यक्ति मौजूद थे।