कहा : दोनों पार्टनर कृष्ण वर्मा व सोनू वर्मा ने उसके साथ व शहर के आम लोगों के साथ की धोखाधड़ी..
उन्होंने दोनों के खिलाफ सिविल लाइन थाना कैथल में धोखाधड़ी के मामले में एफ.आई.आर. नंबर 50 भी दर्ज करवाई..
इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल, 16 अप्रैल।ढांड रोड रूद्रा इन्कलेव कालोनी कैथल में पिछले 10 दिनों से चल रहे विवाद के बीच आज रोहतक निवासी कालू राम मग्गू व उनका भतीजा नरेश मग्गू ने कैथल में प्रैस वार्ता कर कालोनी के मामले में अपना पक्ष रखते हुए अपने दोनों पार्टनरों पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए और कहा कि उसके दोनों पार्टनर कृष्ण वर्मा व सोनू वर्मा ने उसके साथ व शहर के आम लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। इस धोखाधड़ी के मामले में उन्होंने दोनों के खिलाफ सिविल लाइन थाना कैथल में 20 फरवरी 2025 को एफ.आई.आर. नंबर 50 भी दर्ज करवाई हुई है। नरेश मग्गू ने कहा कि कालू राम पिछले करीब 45 वर्षों से रियल इस्टेट में काम करते हैं, कभी किसी भी व्यक्ति के साथ एक रुपए का विवाद नहीं हुआ। लेकिन कैथल में इन दोनों लोगों ने उसकी छवि को खराब करने का प्रयास किया है। कालू राम के साथ कृष्ण व सोनू वर्मा कालोनी में मात्र 35 प्रतिशत जमीन के पार्टनर हैं, जबकि 65 प्रतिशत कालू राम के नाम है। लेकिन कृष्ण व सोनू ने अपनी हिस्से की जमीन बेचने के साथ-साथ कालू राम के हिस्से की 65 प्रतिशत जमीन भी बेच डाली और ना ही पैसे दिए। इस प्रकार दोनों ने कालू राम के साथ-साथ प्लाट लेने वाले लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। उन्होंने प्लाट लेने वाले लोगों से भी आह्वान किया कि अगर वे कोई मदद चाहते हैं तो कैथल में उनके वकील मनदीप सिंह से मिल सकते हैं। लीगल तरीके से अगर कोई मदद हो सकती है तो वे करने का तैयार हैं। नरेश वर्मा ने कहा कि दर्ज मामले में दोनों आरोपी अदालत से जमानत पर हैं और जमानत के दौरान उन्होंने कागजात लगाए हैं, वे भी फर्जी हैं, जिसकी उन्होंने शिकायत दे दी है।
कालोनी के लोगों को क्यों किया जा रहा है परेशान..
प्रैस वार्ता के दौरान जब कालू राम व नरेश मग्गू से पूछा गया कि विवाद आपके व आपके पार्टनर के बीच है तो कालोनी के लोगों को क्यों परेशान किया जा रहा है। गुंडों को बुलाकर प्लाटों पर कब्जा करवाया जा रहा है। इस पर उन्होंने कहा कि जमीन हमारी है और हमारे नाम है तो हम तो अपने प्लाट की ही नींव भरें या उस पर मकान बनाए, हमें कोई नहीं रोक सकता। गलत तरीके से प्लाट कृष्ण व सोनू ने बेचे हैं और जिसने उनसे खरीदें हैं, उन्हें भी पहले जमीन के कागजात चैक करने चाहिए थे, जो उन्होंने नहीं किए। इसमें प्लाट खरीदने वालों की भी गलत है कि उन्होंने प्लाट लेते समय आंखें बंद करके सोनू व कृष्ण पर विश्वास किया।
पंचायती फैसला भी नहीं माना दूसरे पक्ष ने..
टेबल पर बैठकर बातचीत से मामला सुलझाने के सवाल पर कालू राम ने कहा कि आज से 3 वर्ष पहले हमने बैठकर ही मामला निपटाने का प्रयास किया था, जिसमें फैसला हुआ था कि 6 करोड़ रुपए, 6000 गज कृष्ण व सोनू वर्मा को देने थे, लेकिन उन्होंने वह भी नहीं दिया। इसके बाद उन्होंने कानून की सहायता ली है।
हमारे ऊपर लगे आरोप झूठे : वर्मा..
अपने ऊपर लगे आरोपों पर कृष्ण वर्मा व सोनू वर्मा ने कहा कि कालू राम व उसके परिवार के सदस्यों ने जो बातें बताई हैं, वे झूठी हैं। कालू राम ने स्वयं भी बहुत सी जमीन लोगों को बेची है और जो जमीन हमने बेची है, उसके पैसे कालू राम के खाते में एक नंबर में गए हुए हैं। सभी कागजात हम अदालत में दिखा देंगे। कालू राम टेबल पर बैठकर हमारे साथ या दोनों पक्षों के 4-4 मौजिज लोगों सामने हिसाब कर ले, हम एक-एक प्लाट व एक-एक रूपए का हिसाब देने का तैयार हैं। लेकिन लोगों के प्लाटों पर जबरन कब्जा करना गलत है।


