छात्र पंजीकरण शुल्क लेन-देन की स्थिति उच्चतर शिक्षा विभाग के पोर्टल पर लिंक के माध्यम से देखें..
इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल 27 मई । आर.के.एस.डी. कॉलेज, कैथल में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्रों के लिए प्रवेश पोर्टल पर अब तक कुल 900 छात्रों ने पंजीकरण किया है, जो छात्रों की बड़ी संख्या में रुचि को दर्शाता है। छात्र अपनी पंजीकरण शुल्क लेन-देन की स्थिति उच्चतर शिक्षा विभाग के पोर्टल पर दिए गए लिंक के माध्यम से देख सकते हैं। प्राचार्य डॉ. सत्यबीर मेहला ने जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुसार, इस वर्ष प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से बहुविषयक और लचीली शैक्षणिक संरचना पर आधारित होगी। कॉलेज में विभिन्न सहायता डेस्क और समितियां गठित कर दी गई हैं, जो छात्रों को प्रवेश प्रक्रिया के दौरान हर आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान कर रही हैं। छात्रों की इतनी बड़ी संख्या में भागीदारी यह दर्शाती है कि आर.के.एस.डी. कॉलेज छात्रों की पहली पसंद बना हुआ है। प्रवेश प्रभारी डॉ. विकास भारद्वाज ने कहा, एनईपी 2020 के अंतर्गत नए विषय संयोजनों की जानकारी छात्रों को स्पष्ट रूप से दी जा रही है। कॉलेज स्तर पर दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है और छात्र लगातार मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए कॉलेज पहुंच रहे हैं। हेल्प डेस्क संयोजक डॉ. एस. पी.वर्मा ने कहा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के इस नए प्रारूप में छात्रों की उत्साही भागीदारी यह सिद्ध करती है कि वे उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के प्रति गंभीर हैं। कॉलेज की समस्त टीम छात्रों के हित में पारदर्शी और सुगम प्रवेश प्रक्रिया सुनिश्चित करने हेतु पूर्ण रूप से तत्पर है।
पाठ्यक्रम अब चार वर्षीय बहुविषयक संरचना पर आधारित
एनईपी 2020 के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी स्नातक पाठ्यक्रम अब चार वर्षीय बहुविषयक संरचना पर आधारित होंगे, जिसमें डिसिप्लिन स्पेसिफिक कोर्सेज (डीएससी), माइनर कोर्सेज (एमआईसी), मल्टीडिसिप्लिनरी कोर्सेज (एमडीसी), एबिलिटी एन्हांसमेंट कोर्सेज (एईसी), स्किल एन्हांसमेंट कोर्सेज (एसईसी), वैल्यू एडेड कोर्सेज (वीएसी), इंटर्नशिप और अंतिम वर्ष में रिसर्च प्रोजेक्ट शामिल होंगे। छात्रों के लिए मल्टीपल एंट्री और एग्जिट विकल्प की सुविधा भी उपलब्ध है: 1 वर्ष पूर्ण करने पर: यूजी प्रमाणपत्र,2 वर्ष पूर्ण करने पर: यूजी डिप्लोमा,3 वर्ष पूर्ण करने पर: स्नातक डिग्री,4 वर्ष पूर्ण करने पर: ऑनर्स / रिसर्च ऑनर्स डिग्री
पाठ्यक्रमों की नामावली भी बदली गई
एनईपी के तहत पाठ्यक्रमों की नामावली भी बदली गई है :बैचलर ऑफ साइंस (मेडिकल) अब बैचलर ऑफ साइंस इन लाइफ साइंसेज के रूप में जाना जाएगा। बैचलर ऑफ साइंस (नॉन-मेडिकल) अब बैचलर ऑफ साइंस इन फिजिकल साइंसेज कहलाएगा। कॉलेज स्तर पर दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया सुचारु रूप से जारी है, और हेल्प डेस्क स्टाफ रूम से कार्यरत है, जहां छात्रों को विषय चयन, पंजीकरण और सभी प्रवेश संबंधित प्रक्रियाओं में सहयोग प्रदान किया जा रहा है।


