
इंडिया गौरव ब्यूरो कैथल 21 मई । बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत डीसी प्रीति ने जागरूकता रथ को हरी झंडी देकर रवाना किया। इस जागरूकता वाहन के माध्यम से विभाग द्वारा जिले के कम लिंगानुपात वाले 10 गांव में जाकर बाल लिंगानुपात में सुधार एवं बेटियों के प्रति लोगों की मानसिकता परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस अवसर पर डीसी प्रीति ने कहा कि हमें बेटियों को शिक्षा, अवसर और स्वतंत्रता देनी चाहिए ताकि उनके सपनों को एक नई उड़ान मिल सके। समाज में बदलाव और विकास तब ही संभव है, जब हम अपनी बेटियों को आगे बढ़ने का पूरा मौका दें। जब हमें उन्हें पढ़ने का अवसर देते हैं तो सिर्फ उनका नहीं, बल्कि देश का भविष्य भी संवारते हैं। एक शिक्षित बेटी एक सशक्त समाज की बुनियाद है।उन्होंने कहा कि लिंगानुपात सुधारने के लिए, कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठाने, और बेटियों को शिक्षा के समान अवसर प्रदान करने के लिए हमें मिलकर प्रयास करने होंगे। आज बेटियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं है। हर क्षेत्र में देश व प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने एएनएम, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर को भी निर्देश दिए कि अपने अपने क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं का डाटा अपडेट रखें और भ्रूण जांच से संबंधित कोई सूचना मिलने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें। इस जागरूकता रथ पर पंख हैं तो उड़ने दो, बेटियों को बढ़ने दो, बेटा-बेटी एक समान, यही है नये भारत की पहचान तथा बेटी को पढ़ाओ, आगे बढ़ाओ जैसे स्लोगन लिखे हुए हैं। इसके साथ ही ऑडियो संदेश के जरिए भी लोगों को जागरूक करने में मदद मिलेगी। महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यवाहक जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि बाला ने बताया कि यह जागरूकता वाहन जिले के कम लिंगानुपात वाले गांव जैसे चंदाना, टयोंठा, बाता, पबनावा, नौच, भूना, हरसोला, करोड़ा, सांच एवं काकौत में जाएगा और कर्मचारी इसक माध्यम से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की अलख जगाएंगे।