शून्य ड्रॉप आउट और शत प्रतिशत दाखिले के लिए कैथल जिले ने शुरू की अनूठी पहल..
डीसी प्रीति ने लघु सचिवालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर प्रवेशोत्सव रथ को किया रवाना..
प्रवेश उत्सव में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्कूलों को विभाग द्वारा स्वर्ण प्रमाण पत्र, रजत प्रमाण पत्र तथा कांस्य प्रमाण पत्र देकर किया जाएगा सम्मानित..
हरियाणा प्रदेश़ / कैथल, 8 अप्रैल। सरकारी स्कूलों में अधिक से अधिक बच्चों के दाखिले को लेकर डीसी प्रीति ने मंगलवार को शिक्षा विभाग की ओर से शुरू किए गए प्रवेशोत्सव रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। विभाग द्वारा दाखिला प्रक्रिया को लेकर प्रवेश उत्सव कार्यक्रम अभियान चला हुआ है। सभी राजकीय विद्यालय में दाखिला प्रक्रिया एक अप्रैल 2025 से आरंभ हो चुकी है। जिसके तहत सरकारी विद्यालयों में दाखिला अभियान की प्रक्रिया को ओर तेज करने के लिए ही इस प्रवेशोत्सव रथ की शुरुआत की गई है। शिक्षा विभाग का यह रथ सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने एवं शिक्षा की अलख जगाने गांव-गांव जाएगा। सबसे पहले उन गांव में जाएगा, जहां पर सरकारी विद्यालयों में छात्र संख्या कम है।डीसी प्रीति ने इस अवसर पर कहा कि कैथल जिला में प्रवेश उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह रथ जिले के सरकारी विद्यालयों में दी जा रही सुविधाओं के बारे में जनमानस को जागरूक करेगा तथा जिले के सरकारी स्कूल में पढ़ रहे विद्यार्थियों की उपलब्धियां को भी जनमानस के बीच लेकर जाया जाएगा। इसके माध्यम से बताया गया है कि कैसे सरकारी स्कूलों के बच्चों ने उपलब्धियां हासिल की हैं। सरकारी स्कूलों में कौन-कौन सी सुविधाएं दी जा रही हैं। हमें लोगों से उम्मीद है कि वे अपने बच्चों सरकारी स्कूलों में पढ़ाएंगे। कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। इसके लिए पूरा रूट प्लान तैयार किया गया है। प्रवेशोत्सव रथ पहले दिन गुहला के कई गांवों में पहुंच लोगों को जागरूक करेगा। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाना बहुत जरूरी है। सरकारी स्कूलों में अच्छे स्तर की शिक्षा दी जाती है। आमजन अपने बच्चों को उत्कृष्ट एवं संस्कार युक्त शिक्षा प्राप्त करने के लिए उनका दाखिला सरकारी स्कूल में करवाएं। उन्होंने बताया कि सरकारी विद्यालयों में बच्चों के शिक्षा के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जिला कैथल में कोई भी बच्चा ड्रॉप आउट और स्कूल आउट नहीं रहना चाहिए। देखने में आया है कि सबसे ज्यादा ड्रॉप आउट कक्षा नवमी में विशेष कर लड़कियां होती हैं। सभी अध्यापक इसका विशेष ध्यान रखें कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए।उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रत्येक बच्चे का मौलिक अधिकार है। सरकारी विद्यालयों में निशुल्क शिक्षा के साथ साथ विद्यार्थियों के लिए सरकार की ओर से बेहतरीन छात्रवृति योजनाओं के साथ साथ कई स्कूलों में नि:शुल्क आवासीय कोचिंग एवं बालिकाओं के लिए शिक्षा के साथ साथ निशुल्क छात्रावास में रुकने की व्यवस्था की गई है। जिसका लाभ पाकर विद्यार्थी नीट व एचसीएस सहित बड़ी प्रतियोगिताओं को उत्तीर्ण कर रहे।
जिला शिक्षा अधिकारी रामदिया गागाट ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रवेश उत्सव को लेकर जिला स्तरीय टीम गठित कर दी गई है। जिसमें 14 सदस्य रखे गए हैं। प्रत्येक सदस्य को चार क्लस्टर आबंटित किए गए हैं। जिसकी प्रतिदिन दाखिलों की रिपोर्ट ली जा रही है। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद पंचकूला द्वारा प्रवेश उत्सव कार्यक्रम को लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 2 और 3 की अनुपालन में कक्षा आयु सीमा 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को 100 प्रतिशत नामांकन ठहराव बनाए रखना, अवस्थानांतर करवाना अनिवार्य अंग है। सभी राजकीय विद्यालय में दाखिला प्रक्रिया एक अप्रैल 2025 से आरंभ हो चुकी है। प्रत्येक स्कूल से स्टॉफ सदस्य भी अपने स्तर पर इस बारे में व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कर रहे हैं तथा इसकी प्रत्येक बच्चे तक पहुंच सुनिश्चित की जा रही है। विशेष आवश्यकता वाले बालकों के संबंध में स्पेशल अध्यापक अपना विशेष योगदान देंगे, व्यक्तिगत रूप से रुचि लेकर उन्हें नए स्कूल में समायोजित किया जाए। इसके लिए स्पेशल अध्यापकों की विशेष जिम्मेदारियां लगाई गई है। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी रामदिया गागाट ने समाजसेवी अश्वनी प्रवेश बंसल चेरिटेबल ट्रस्ट का इस कार्यक्रम में सहयोग करने पर विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के लिए कुशलपाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वहीं इसे सफल बनाने में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अधीक्षक सुरेश कौशिक, खंड शिक्षा अधिकारी नरेश कुमार, बलबीर कश्यप, संजय शर्मा, नरसी राम, एपीसी बलजीत सिंह, मनोज कुमार, दिनेश कुमार, डाइट कार्यालय से यशपाल, शीशपाल, मकेंद्र सिंह, दलबीर नैन, सुशील कुमार, विजय चावला, विनोद आर्य, अरुण कुमार, रूपा शर्मा, विजय कुमार, मुकेश कुमार, अनिल भारती, नरेश कुमार आदि का विशेष सहयोग रहा।



