कैथल 14 दिसंबर: सहकारी चीनी मिल कैथल के प्रबन्ध निदेशक कृष्ण कुमार ने जानकारी देतेहुए बताया कि आगामी 20 दिसम्बर को चीनी मिल परिसर में गन्ना फसल में मशीनीकरण पर विशाल संगोष्ठी को आयोजन किया जाएगा। जैसा कि सभी को विदित है कि खेती के लिए लेबर की समस्या दिन प्रतिदिन गम्भीर होती जा रही है, जिसके फलस्वरूप हर साल पिराई सत्र के शुरूआती 10-15 दिनों में मिल की पिराई क्षमता के अनुसार गन्ना सप्लाई कम होती है, जिसके कारण गन्ना किसानों का गन्ने की फसल के प्रति मोह भंग हो रहा है। श्रमिकों की कमी, मैनुअल श्रम की कमी और मंहगें श्रम के कारण गन्ना कृषि में मशीनीकरण की आवश्यकता है। जिसका हल गन्ना हारवेस्टर मशीनों द्वारा गन्ना कटाई करके आसानी से किया जा सकता है, जिसके लिए किसानों को गन्ने की बीजाई चौड़ा खुड विधि (4 फुट) अपनाकर करनी होगी। यान्त्रिक कटाई का किसानों और चीनी मिलों दोनों के लिए फायदेमंद होगा। क्योंकि सबसे पहले तोमजदूरों की समस्या हल हो जाएगी। गन्ना हारवेस्टर द्वारा गन्ने की कटाई उपरांत फसल अवशेष के उचित प्रबन्धन के कारण फसलों की तर्कसंगतता व मिट्टी की उर्वरा शक्ति में काफी सुधार होगा जो बिना किसी अतिरिक्त लागत के सीधे किसानों के लिए फायदेमंद है।हालांकि इसके कार्यन्वयन में आने वाली चुनौतियों को सरकार के सहयोग से कम करने की आवश्यकता है। चीनी मिल फार्म पर इसी दिन गन्ना कम्बाईन हारवेस्टर सेगन्ना कटाई का प्रदर्शन ट्रायल चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्ववविद्यालय हिसार,क्षेत्रीय गन्ना अनुसंधान संस्थान उचानी करनाल के कृषि वैज्ञानिकों की देख-रेख में किया जाएगा।जिसमें गन्ना सलाहकार डॉ रोशन लाल यादव, हरियाणा सहकारी चीनी मिल प्रसंघ लि0., पंचकूला भी शिरकत करेंगे तथा गन्ना
वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को गन्ने की आधुनिक तकनीकी जानकारी दी जाएगी,जो किसानों की आय दौगुनी करने में कारगर सिद्ध होगी।
इस कार्यक्रम में हरियाणा सहकारी चीनी मिल प्रसंघ लि0., पंचकूला के अध्यक्ष धर्मबीर डागर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत होंगें। गन्ने की खेती में टपका सिंचाई विधि के बारें में भी विस्तृत जानकारी दी जाएगी। अतः सभी किसानो से अपील की जाती है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस संगोष्ठी में भाग लेकर लाभ उठायें
तथा गन्ने की खेती अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करें तथा प्रदेश के चहुॅमुखी विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।

