इंडिया गौरव, राहुल सीवन 2 जून।धार्मिक चर्चा के दौरान महंत विश्वनाथ गिरी व महंत धीरज पुरी ने अपने उद्बोधनों में कहा कि धार्मिक योजनाओं में भाग लेकर ही हम प्रभु से आत्मिक रूप से जुड़ पाते हैं। यह अनमोल मानव जीवन हमें यूं ही नहीं मिला, बल्कि यह ईश्वर का एक विशेष वरदान है, जिसे हमें व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन में केवल सांस लेना ही पर्याप्त नहीं, बल्कि हमें ऐसे कार्य करने चाहिए जो इस जीवन को सार्थक बनाएं। महंतों ने श्रद्धालुओं को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें प्रभु का धन्यवाद करना चाहिए कि उन्होंने हमें मनुष्य जन्म दिया, क्योंकि यह जन्म कर्म, सेवा, भक्ति और उद्धार के लिए मिला है।उन्होंने बताया कि जब मनुष्य प्रभु की ओर एक कदम बढ़ाता है तो भगवान उसकी ओर सौ कदम बढ़ाते हैं। धार्मिक आयोजनों, सेवा कार्यों और आध्यात्मिक साधना के माध्यम से ही हम ईश्वर की निकटता प्राप्त कर सकते हैं। महंत विश्वनाथ गिरी ने कहा कि यह संसार एक कर्मभूमि है और हमें अपने कर्मों को पवित्र, ईमानदार और परोपकारी बनाना चाहिए। वहीं महंत धीरज पुरी ने कहा कि जो व्यक्ति जीवन की सच्चाई को समझता है, वह कभी आलस्य, मोह और अहंकार में नहीं फंसता।उन्होंने यह भी कहा कि धर्म केवल पूजा तक सीमित नहीं, बल्कि वह जीवन को जीने की सच्ची कला है। प्रभु का स्मरण, सेवा, सहयोग और प्रेम ही मानवता की पहचान है। महंतों ने श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि वे अपने जीवन को प्रभु चरणों में समर्पित करें और हर दिन को एक साधना के रूप में जीएं। अंत में उन्होंने कहा कि जब हम सच्चे दिल से ईश्वर को पुकारते हैं और अपने जीवन को उनकी सेवा में लगाते हैं, तब यह अनमोल जीवन वास्तव में प्रभु का अपना रूप बन जाता है।
सीवन: भगवान से जुड़ने का सर्वोत्तम मार्ग है धार्मिक योजनाओं में भाग लेना : महंत विश्वनाथ गिरी व महंत धीरज पुरी
RELATED ARTICLES
Recent Comments
on श्री शिरडी साई शरणम् धाम का 19वा वार्षिक उत्सव बड़ी धूमधाम से हुआ शुरू , पूरा कैथल शहर साईमय हुआ..
on श्री शिरडी साई शरणम् धाम का 19वा वार्षिक उत्सव बड़ी धूमधाम से हुआ शुरू , पूरा कैथल शहर साईमय हुआ..
on किसानों ने दी चेतावनी: डल्लेवाल के आमरण अनशन के 26वें दिन बोले- अगर उन्हें उठाया तो खून-खराबा होगा..


