Tuesday, December 30, 2025
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स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जमीनी स्तर पर तालमेल बनाकर करें काम–लिंगानुपात में लाया जाए सुधार : डीसी प्रीति

कैथल, 20 फरवरी: डीसी प्रीति ने कहा कि जिले में लिंगानुपात का कम होना चिंताजनक है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जमीनी स्तर पर तालमेल बनाकर काम करें। सभी सीएचसी , पीएचसी प्रभारी अपने क्षेत्र में काम कर रही एएनएम, आंगनबाड़ी वर्कर्स, आशा वर्कर्स के साथ-साथ उस क्षेत्र की महिला एवं बाल कल्याण विभाग की सीडीपीओ व सुपरवाइजर के साथ तालमेल जमीनी स्तर पर काम करते हुए सूचनाएं एकत्रित करें, ताकि एक टीम के तौर पर काम करते हुए लिंगानुपात में सुधार किया जा सके। पीएनडीटी एक्ट के तहत छापेमारी बढ़ाई जाए। साथ ही एक लड़की पैदा होने के बाद संबंधित परिवार का मार्गदर्शन करते हुए विशेष निगरानी बरती जाए।डीसी प्रीति वीरवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में स्वास्थ्य व महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रही थी। बैठक का उद्देश्य जमीनी स्तर पर दोनों विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा तालमेल बनाकर समग्र कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाना था। बैठक में डीसी प्रीति ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने लिंगानुपात को लेकर विशेष गंभीरता बरतने को कहा है और निर्देश दिए हैं कि पीएनडीटी एक्ट का सख्ती से पालन हो। पूरे प्रदेश के लिंगानुपात में सुधार किया जाए। इसी दिशा में जिले में जमीनी स्तर पर काम कर रहे अधिकारियों व कर्मचारियों में आपसी तालमेल अति आवश्यक है। डीसी ने सीएचसी राजौंद, पूंडरी, कौल, कलायत, भागल, सीवन सहित सभी सीएचसी, उनके अधीन कार्यरत पीएचसी में चिकित्सकों से एक-एक करके गांव अनुसार रिपोर्ट ली और बताया कि कई गांवों में लिंगानुपात की स्थिति काफी कम है। जिसके आने वाले समय में गंभीर परिणाम हो सकते हैं। डीसी ने कहा कि कई गांवों में लिंगानुपात काफी नीचे चला गया है। जो काफी चिंता की बात है। उन्होंने सभी चिकित्सीय अधिकारियों सहित उनके अधीनस्थ कार्यरत चिकित्सा कर्मियों को निर्देश दिया कि गर्भवती महिलाओं से मिलें। उनका पंजीकरण करवाएं। उनके परिवार में उनकी सास व उनके पतियों से मिलें। उनकी काउंसलिंग करें। उन्हें बताएं कि महिला व उसके बच्चे का स्वास्थ्य कितना जरूरी है। स्वास्थ्य कर्मी एक रिपोर्ट तैयार करें कि किसी महिला की नौ माह में गर्भ के दौरान स्थिति काफी ठीक थी। अचानक उसका गर्भपात हुआ है तो क्यों हुआ है? ताकि गर्भपात के कारणों का पता लगाया जा सके। जो महिला गर्भवती है और अचानक उसे उसका गर्भ गिर गया, उससे सवाल पूछें कि क्या हुआ? गुहला क्षेत्र में बॉर्डर इलाके में विशेष निगरानी की आवश्यकता है। यदि उन्हें कोई परेशानी है तो वे बताएं। उनकी हर बात सुनी जाएगी। लिंगानुपात को लेकर सूचनाएं साझा करें। इस कृत्य में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अपने व्यक्तिगत मामलों को छोड़कर अपनी जिम्मेवारी को संभालें। लगातार बैठकें कर चर्चा करें। इसके साथ-साथ महिला एवं बाल कल्याण विभाग की सुपरवाइजर हों या सीडीपीओ वे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ तालमेल बनाकर काम करें। डीसी ने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सुझाव पेटिका लगाई जाए। बीडीपीओ, ग्राम सचिव से मिलें। डीसी प्रीति ने कहा कि सभी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी स्कूलों में जाकर प्रार्थना सभाओं में बच्चों से बात करें। ग्राम सभाओं में लोगों से बात करें। सभी बिंदूओं पर चर्चा करें।डीसी ने निरोगी हरियाणा योजना को लेकर निर्देश देते हुए कहा कि यह इतनी महत्वपूर्ण योजना है, जिसका दूरगामी प्रभाव होगा। सबसे पहले गर्भवती महिला के स्वास्थ्य को लेकर लोगों को जागरूक करें। इसके बाद गर्भ के दौरान महिला की मौत के आंकड़े को कम करने की दिशा में गंभीरता से काम करें। इसके बाद जब बच्चा पैदा हो जाता है तो सुनिश्चित किया जाए कि वह कुपोषित न हो। यह केवल प्रशासनिक कार्य या ड्यूटी नहीं है बल्कि एक सामाजिक जिम्मेवारी भी है कि बच्चे स्वस्थ हों। तभी वे आगे चलकर स्वस्थ नागरिक बनेंगे। उन्होंने पोषण अभियान की समीक्षा करते हुए महिलाओं व बच्चों के कुपोषण को दूर करने की दिशा में गंभीरता से प्रयास करने के निर्देश दिए। लोगों को बताएं कि महिला का स्वास्थ्य कितना जरूरी है।
बैठक में एडीसी दीपक बाबू लाल करवा ने कहा कि दोनों विभागों के कर्मचारी आपसी तालमेल से काम करें। यह बहुत जरूरी है कि एक लड़की पैदा होने वाले परिवारों पर नजर रखी जाए। उन्हें जागरूक किया जाए। ताकि कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सके।
 बैठक में सीएमओ डा. रेनू चावला ने कहा कि यह बैठक दोनों विभागों में तालमेल की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों का आह्वान किया कि वे डीसी महोदया द्वारा दिए गए मार्गदर्शन अनुसार लिंगानुपात को सुधारने की दिशा में काम करें। निरोगी हरियाणा व पोषण अभियान को लेकर जमीनी स्तर पर काम करें। महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी गुरजीत कौर ने विभाग द्वारा जमीनी स्तर पर किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
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