इंडिया गौरव ब्यूरो नई दिल्ली, 17 मई । भारत-पाकिस्तान तनाव में तुर्की ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन
किया, जिसे लेकर भारत में उसके खिलाफ नाराजगी है। भारत में तुर्की का बड़े पैमाने पर बहिष्कार
हो रहा है। वहीं अब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जो भी देश पाकिस्तान का
समर्थन करेगा, उसका बहिष्कार किया जाएगा। शुक्रवार को ठाणे में उन्होंने कहा कि तुर्की ने
पाकिस्तान का सपोर्ट किया जिसे लेकर देशवासी नाराज हैं। इसलिए उनका बहिष्कार किया जा रहा
है। तुर्की का सेब या कोई दूसरा सामान हो, उसकी खरीदारी नहीं होगी। हमारे यहां उसका विरोध किया जाएगा।
बता दें तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन किया और
भारत के सैन्य अभियानों को पाकिस्तान की संप्रभुता के खिलाफ बताया था। इसके अलावा तुर्की ने
पाकिस्तान को ड्रोन, युद्धपोत और सैन्य सामग्री मुहैया कराई, जिनका इस्तेमाल भारत के खिलाफ
किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तुर्की के कार्गो विमानों ने पाकिस्तान को सैन्य सामान
पहुंचाया, जिसने भारत के गुस्से को और भड़काया।
भारत और तुर्की के बीच 10 बिलियन डॉलर से ज्यादा का व्यापारिक संबंध रहा है। इसके बावजूद
तुर्की ने कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर पाकिस्तान का साथ दिया। भारत का मानना है कि तुर्की
की सैन्य सहायता आतंकवाद को बढ़ावा दे सकती है, जिसके खिलाफ भारत लंबे समय से लड़ रहा
है। भारत में बायकॉट तुर्की अभियान तेज हुआ है, जिसमें तुर्की के उत्पादों और पर्यटन को निशाना
बनाया गया है। भारतीय विमानन सुरक्षा ब्यूरो ने तुर्की की कंपनी सेलेबी एविएशन की सुरक्षा मंजूरी
रद्द कर दी, जिससे तुर्की की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा।