सऊदी में ट्रंप बोले-भारत-पाक एक साथ करें डिनर ताकि तनाव कम हो..
रियाद,(ईएमएस),14 मई। भारत-पाकिस्तान के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जबरन मध्यस्थता करने
की कोशिश कर रहे हैं। जबरन दोनों देशों के विवाद को सुलझाने के लिए सरपंच बनने का प्रयास कर
रहे हैं। ट्रंप ने सऊदी अरब में एक संबोधन में भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष विराम
को अपनी सरकार की शांति स्थापना की उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान
को एक साथ डिनर पर जाना चाहिए ताकि तनाव और कम हो सके।
बता दें भारत ने बार-बार कहा है कि पाकिस्तान से पीओके और आतंकवाद पर ही सिर्फ बात होगी
और किसी की मध्यस्थता हमें स्वीकार नहीं। सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, टेस्ला के
सीईओ एलन मस्क और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की मौजूदगी में हुए यूएस-सऊदी
इन्वेस्टमेंट फोरम को संबोधित करते हुए ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका ने दोनों परमाणु संपन्न
देशों के बीच संभावित परमाणु युद्ध को टालने में अहम भूमिका निभाई।
ट्रंप ने कहा कि कुछ ही दिन पहले मेरे प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच एक ऐतिहासिक
संघर्ष विराम कराने में सफलता हासिल की। हमने इसमें व्यापार को एक हथियार के तौर पर
इस्तेमाल किया। मैंने कहा कि दोस्तों, आओ कुछ ट्रेड करो। न्यूक्लियर मिसाइल्स का नहीं, बल्कि
उन चीजों का जो तुम खूबसूरती से बनाते हो। उन्होंने कहा कि दोनों ही देशों के पास बहुत ताकतवर
और समझदार नेता हैं और यह सब रुक गया। उम्मीद है ऐसा ही बना रहेगा।
भारत सरकार ने ट्रंप के इन बयानों को एक बार फिर सिरे से खारिज किया है। विदेश मंत्रालय के
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम पूरी तरह से दोनों देशों
के डीजीएमओ के बीच आपसी बातचीत का परिणाम है। इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं
थी। यह पहली बार नहीं है जब राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता का दावा
किया है। इससे पहले भी वे कश्मीर मुद्दे पर इसी प्रकार की पेशकश कर चुके हैं, जिसे भारत ने
खारिज कर दिया था।