डोंबिवली, 02 मई । पहलगाम आतंकवादी हमले में महाराष्ट्र स्थित डोंबिवली के तीन लोगों
की जान चली गई। इस घटना में जान गंवाने वाले नागरिकों की स्मृति को अमर करने के लिए
डोंबिवली के विधायक और पूर्व मंत्री रविंद्र चव्हाण ने कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका आयुक्त को
पत्र लिखकर एक स्थायी शहीद स्मारक के निर्माण की मांग की है।
चव्हाण ने प्रस्ताव दिया कि डोंबिवली पश्चिम के भागशाला मैदान में इस स्मारक का निर्माण किया
जाए, ताकि शहीदों का बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सके।
अपने पत्र में चव्हाण ने लिखा, “यह घटना केवल एक त्रासदी नहीं है, बल्कि राष्ट्र के लिए बलिदान
देने वाले डोंबिवलीवासियों की गौरवगाथा है। हेमंत जोशी, संजय लेले और अतुल मोने जैसे वीरों ने
अपने प्राणों की आहुति दी और उनका यह बलिदान हमें हमेशा गर्व और प्रेरणा देगा। इस स्मारक के
माध्यम से हम उनके योगदान को सम्मान देंगे और भावी पीढ़ियों को उनके बलिदान की कहानी बताएंगे।
चव्हाण ने महानगरपालिका प्रशासन से तत्काल मंजूरी देने और स्मारक निर्माण के लिए लगभग
1.25 करोड़ रुपये की निधि का प्रावधान करने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही, उन्होंने स्मारक
स्थल की सौंदर्यवृद्धि और इसे प्रेरणास्थल के रूप में विकसित करने की अपील की है। स्मारक का
उद्देश्य न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि देना है, बल्कि इसे एक ऐसी जगह के रूप में स्थापित करना
है, जो देशभक्ति और बलिदान की भावना को प्रज्वलित करे।
डोंबिवलीवासियों ने भी इस मांग का समर्थन करते हुए इसे शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि मान रहे
हैं। यह स्मारक न केवल स्थानीय नागरिकों के बलिदान को सम्मान देगा, बल्कि आतंकवाद के
खिलाफ देश की अटूट प्रतिबद्धता का भी प्रतीक बनेगा। प्रशासन से इस प्रस्ताव पर शीघ्र कार्रवाई की
उम्मीद की जा रही है।
वहीं बीते दिनों महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि
अर्पित की थी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त
करते हुए उनके लिए 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की थी। इसके साथ ही परिवार
के बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रयास करने की बात भी कही।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि शहीद संतोष जगदाले के परिवार की बेटी को सरकारी नौकरी
प्रदान करने के लिए उन्होंने पहले ही चर्चा की थी। मंत्रिमंडल की बैठक में अपने विशेषाधिकार का
उपयोग करते हुए उन्होंने इस निर्णय को औपचारिक रूप से घोषित किया। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने
कहा कि आर्थिक सहायता के तहत प्रत्येक मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी
जाएगी। इसके अतिरिक्त, शहीदों के बच्चों की शिक्षा के लिए विशेष योजनाएं लागू की जाएंगी,
जिसमें मुफ्त शिक्षा और छात्रवृत्ति शामिल हैं।