सना, 29 अप्रैल (वेब वार्ता)। यमन के उत्तरी प्रांत सादा में एक हिरासत केंद्र पर सोमवार को हुए
अमेरिकी हवाई हमले में मृतकों की संख्या 68 तक पहुंच गयी और अन्य 47 घायल हो गए। ये सभी
प्रवासी अफ्रीकी हैं।
हूती संचालित अल-मसीरा टीवी ने यहां बताया कि आज सुबह उत्तरी यमन के एक हिरासत केंद्र पर
अमेरिकी हवाई हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 68 हो गई और अन्य 47 घायल हो गयें हैं।
उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्सों पर हूतियों का नियंत्रण है। सभी मृतक अवैध अफ्रीकी प्रवासी हैं
जिन्हें उत्तरी यमन में राजधानी सादा में हिरासत केंद्र में रखा गया था।
अमेरिकी हवाई हमलों के कारण हिरासत केन्द्र में लगी आग को नागरिक सुरक्षा दलों ने हालांकि बुझा
दिया। उसके बाद मलबे से करीब 68 शव बरामद किए गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।
टेलीविजन के मुताबिक, “हिरासत केंद्र पर दागी गई एक अमेरिकी मिसाइल में विस्फोट नहीं हुआ।
यह केंद्र प्रवासी अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) और अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति की
निगरानी में हैं। इसे निशाना बनाना पूर्णतः युद्ध अपराध है।
इस बीच आईओएम के अनुसार यमन में वर्षों से चल रहे गृहयुद्ध के बावजूद अफ्रीका के हॉर्न और
सऊदी अरब के बीच यात्रा करने वाले हजारों प्रवासियों के लिए यमन एक प्रमुख स्थान बना हुआ है।
गौरतलब है कि यमन में 15 मार्च को हूतियों के ठिकानों पर अमेरिकी हवाई हमले दोबारा शुरू हो
गए थे। जिसके बाद से हूती समूह और अमेरिकी सेना के बीच तनाव तेजी से बढ़ गया है। अमेरिकी
हमलों का उद्देश्य हूतियों को लाल सागर और अरब सागर में इजरायली और अमेरिकी जहाजों को
निशाना बनाने से रोकना है।