जम्मू, 29 मई । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार आज
जम्मू पहुंच रहे हैं। शाम करीब पांच बजे शाह जम्मू एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। वह शाम को ही सुरक्षा
एजेंसियों के साथ सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा बैठक करेंगे। रात में राजभवन में रुकेंगे और शुक्रवार को
पुंछ जाएंगे। आज शाम होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में गृहमंत्री अमित शाह के साथ उपराज्यपाल
मनोज सिन्हा, मुख्य सचिव, डीजीपी जम्मू-कश्मीर, सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ सहित खुफिया
एजेंसियों के अधिकारी मौजूद रहेंगे।
बैठक में ऑपरेशन सिंदूर के बाद मौजूदा हालात, अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा इंतजामों पर विस्तृत चर्चा
होगी। गृहमंत्री जम्मू संभाग के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान के हमलों से हुए नुकसान पर भी चर्चा
करेंगे। इन इलाकों में बंकर निर्माण की मौजूदा स्थिति और नए बंकर बनाने की योजना पर भी चर्चा
हो सकती है। शुक्रवार को गृहमंत्री हेलीकॉप्टर से पुंछ जाएंगे। यहां पाकिस्तान की गोलाबारी से
प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे। गृहमंत्री उस गुरुद्वारे में भी जा सकते हैं जिसे पाकिस्तान ने
निशाना बनाया था।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर आ रहे हैं। शाह ने 22
अप्रैल की शाम को पहलगाम के बायसरन में हुए आतंकी हमले के तुरंत बाद कश्मीर का दौरा किया
था। अगले दिन वह बायसरन भी गए थे। सात से 10 मई तक चले ऑपरेशन सिंदूर के बाद गृहमंत्री
का केंद्र शासित प्रदेश का यह पहला दौरा है। गुरुवार की शाम को वह राजभवन में बैठक करेंगे।
बैठक में फोकस पहलगाम हमले व ऑपरेशन सिंदूर के बाद आंतरिक सुरक्षा पर होगा। खासकर जम्मू
की सुरक्षा स्थिति प्रमुख मुद्दा होगी। बैठक में तीन जुलाई से नौ अगस्त तक होने वाली अमरनाथ
यात्रा की तैयारियों पर भी चर्चा होगी।
डोडा, किश्तवाड़, कठुआ, उधमपुर, राजोरी और पुंछ जिलों के ऊपरी इलाकों में आतंकवादियों की
मौजूदगी है। यह सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती है। ऐसे में गृहमंत्री अमित शाह का दौरा अहम
माना जा रहा है। शुक्रवार को शाह सीमावर्ती जिले पुंछ का दौरा करेंगे और नागरिक क्षेत्रों में
पाकिस्तानी गोलाबारी से हुए नुकसान का आकलन करेंगे। वह गोलाबारी में मारे गए लोगों के
परिजनों से भी मिलेंगे। यहां बड़ी संख्या में घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के अलावा धार्मिक स्थलों
को भी नुकसान पहुंचा है। पिछले हफ्ते पुंछ के दौरे पर आए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गोलाबारी
में मारे गए लोगों के परिजनों में से एक को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। उन्होंने यह भी
कहा था कि केंद्र सरकार घरों और व्यावसायिक ढांचों को हुए नुकसान के लिए पैकेज की घोषणा करेगी।