Thursday, January 1, 2026
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खालिदा जिया राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक

ढाका, 31 दिसंबर (वेब वार्ता)। बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री खालिदा जिया को बुधवार को
प्रशंसकों एवं समर्थकों के भारी भीड़ के बीच राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
दशकों तक बांग्लादेश की राजनीति पर प्रभाव रखने वाली जिया का 80 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी
के बाद मंगलवार को ढाका में निधन हो गया था। मानिक मियां एवेन्यू में कड़ी सुरक्षा के बीच पूर्व

प्रधानमंत्री खालिदा जिया के जनाजे की नमाज अदा की गई। बैतुल मुकर्रम राष्ट्रीय मस्जिद के खतीब
मुफ्ती मोहम्मद अब्दुल मलिक ने जनाजे की नमाज अदा की, जबकि बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी
(बीएनपी) की स्थायी समिति के सदस्य नजरुल इस्लाम खान ने जिया की संक्षिप्त जीवनी पढ़ी।
अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस, प्रधान न्यायाधीश जुबैर रहमान चौधरी

और खालिदा जिया के बेटे एवं बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान विदेशी गणमान्य
व्यक्तियों, अंतरिम सरकार के सलाहकारों, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और वरिष्ठ सरकारी
एवं सैन्य अधिकारियों के साथ जनाजे की नमाज में शामिल हुए। जिया के बड़े बेटे रहमान ने नमाज
से पहले वहां मौजूद लोगों से कहा कि कृपया अल्लाह से दुआ करें कि उन्हें जन्नत में जगह मिले।

बांग्लादेश की तीन बार प्रधानमंत्री रहीं जिया की नमाज-ए-जनाजा में लाखों लोग शामिल हुए। समाज
के हर वर्ग से आए शोक संतप्त लोगों ने जिया की आत्मा की शांति के लिए दुआ की। राष्ट्रीय ध्वज
से ढके जिया के ताबूत को मानिक मियां एवेन्यू के पश्चिमी छोर पर रखा गया था। जनाजे की
नमाज के बाद जिया को उनके पति, पूर्व राष्ट्रपति और स्वतंत्रता सेनानी जियाउर रहमान की कब्र के

बगल में राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया। सार्वजनिक हस्ती के रूप में जिया का
उदय व्यापक रूप से आकस्मिक माना जाता है। जिया ने 35 वर्ष की आयु में विधवा होने के एक
दशक बाद प्रधानमंत्री का पद संभाला लेकिन राजनीति में उनका प्रवेश सुनियोजित नहीं था। वर्ष
1981 में एक असफल सैन्य तख्तापलट में उनके पति एवं राष्ट्रपति जियाउर रहमान की हत्या कर

दी गयी थी, जिसके बाद जिया को राजनीति में उतरना पड़ा। इससे पहले तक वह राजनीतिक जगत
से अपरिचित रही थीं। उन्होंने जियाउर रहमान द्वारा 1978 में स्थापित बीएनपी पार्टी की शीर्ष नेता
के रूप में शीघ्र ही अपनी पहचान बनाई। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी
(बीएनपी) के नेता तारिक रहमान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पत्र सौंपा। जयशंकर पूर्व प्रधानमंत्री

खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शमिल होने के लिए बांग्लादेश पहुंचे हैं। ढाका पहुंचने के तुरंत
बाद जयशंकर ने बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष और जिया के सबसे बड़े बेटे रहमान से मुलाकात की
और तीन दशकों से अधिक समय तक देश की राजनीति पर अपना दबदबा बनाए रखने वाली इस
महान नेता के निधन पर भारत की ओर से गहरी संवेदना व्यक्त की। मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी

ने जिया के निधन पर शोक व्यक्त किया था। दक्षिण एशियाई देशों के उच्च स्तरीय गणमान्य
व्यक्ति बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए ढाका
पहुंचे। नेपाल के विदेश मंत्री बालानंद शर्मा ढाका पहुंचने वाले पहले विदेशी गणमान्य व्यक्तियों में
शामिल थे। वह मंगलवार रात यहां पहुंच गए थे। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष सरदार

अयाज सादिक बुधवार को पहुंचे। भूटान ने अपने विदेश मामलों के मंत्री ल्योंपो डीएन धुंग्येल को
अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए भेजा जबकि श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिथा हेराथ दिवंगत
नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। मालदीव की ओर से राष्ट्रपति के विशेष दूत के रूप में उच्च
शिक्षा एवं श्रम मंत्री अली हैदर अहमद अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पहुंचे। कई देशों के
राजदूत भी अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए माणिक मिया एवेन्यू पहुंचे।

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