पटना, 30 दिसंबर । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पटना के राजेंद्र
नगर में 21 एकड़ के भूखंड पर नवनिर्मित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी के विभिन्न भागों
का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पूरे परिसर एवं विभिन्न गैलरियों, वैज्ञानिक प्रदर्शनों का
सूक्ष्मता से अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित बच्चों से मुलाकात कर उनका उत्साहवर्धन भी किया। निरीक्षण के दौरान
सीएम ने कहा कि डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी विशिष्ट आइडियाज के साथ बनाया गया
है। यह साइंस सिटी विज्ञान और नवाचार का एक ऐसा आधुनिक केन्द्र है जो सभी आयु वर्ग के लोगों
को आकर्षित कर रहा है। देश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को जानने-समझने के लिए यह आकर्षक
और अनूठा केन्द्र है।
सीएम ने कहा कि युवा वर्ग के बीच विज्ञान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से इस साइंस सिटी
का निर्माण किया गया है। यहां आने वाले छात्र-छात्राओं को विज्ञान की मूलभूत बातें, गतिविधियों
और विज्ञान के सिद्धांतों को सरलता से समझने में सुविधा होगी तथा विज्ञान में उनकी रुचि बढ़ेगी।
निरीक्षण के क्रम में भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को डॉ. एपीजे अब्दुल
कलाम साइंस सिटी में उपलब्ध सुविधाओं और व्यवस्थाओं से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने
बताया कि इस साइंस सिटी में विज्ञान आधारित पांच गैलरी, 269 रोचक विज्ञान प्रदर्शन,
ऑडिटोरियम, 4डी थियेटर तथा छात्रों एवं शिक्षकों के लिए डोरमेट्री की सुविधा प्रमुख आकर्षण केन्द्र हैं।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव सह
मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, पटना प्रमण्डल के आयुक्त अनिमेश पराशर, जिलाधिकारी डॉ.
त्यागराजन एसएम सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी का निर्माण बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग
द्वारा लोगों के बीच विज्ञान को बढ़ावा देने और लोकप्रिय बनाने के लिए किया गया है। यह पटना के
राजेंद्र नगर में स्थित है। इसका उद्देश्य विज्ञान को बढ़ावा देना और लोकप्रिय बनाना, साथ ही बिहार
में वैज्ञानिक विकास के इतिहास को प्रदर्शित और संरक्षित करना है।

